दिल में छेद वाले बच्चों के लिए ‘बाल हृदय योजना’ के तहत दो दिवसीय स्वास्थ्य जांच प्रारंभ
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि जन्मजात दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे मासूमों की हृदय के ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी पहल की है। स्वास्थ्य विभाग के इस पहल से दिल में छेद वाले बच्चों को नयी जिंदगी मिल रही है। इसके तहत छह और सात अगस्त को दो दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित की गई है। छह अगस्त को आईजीआईसी और सात अगस्त को आईजीआईएमएस में आयोजित इस जांच शिविर में राज्य भर से सामने आए दिल में छेद वाले गंभीर बीमारी से जूझ रहे मासूमों के स्वास्थ्य की जांच श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल अहमदाबाद के विशेषज्ञ करेंगे।
पांडेय ने बताया कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे मासूमों के लिए आयोजित इस स्वास्थ्य जांच शिविर में करीब 250-300 बच्चों के शामिल होने की संभावना है। इससे पहले 46 बच्चों के हृदय का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। अन्य बच्चों का हृदय के आॅपरेशन की प्रक्रिया चल रही है। इस तरीके से हृदय में छेद वाली बीमारी से जूझ रहे बच्चों का अगला बैच अहमदाबाद श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल में हृदय की ऑपरेशन के लिए भेजा जा रहा है। इसके लिए अहमदाबाद से आए स्वास्थ्य विशेषज्ञ बीमारी से जूझ रहे राज्य के सभी जिलों से चिह्नित बच्चों का स्वास्थ्य जांच करेंगे। तत्पश्चात इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यह पूरा कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित राज्य ‘बाल हृदय योजनाा’ के तहत आयोजित किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आईजीआईएमएस, आईजीआईसी और एम्स में भी बाल हृदय रोग का इलाज शुरू हो चुका है। आने वाले समय में इन स्वास्थ्य संस्थाओं में भी दिल में छेद वाले बच्चों के लिए आॅपरेशन की सुविधा शुरू हो जाएगी। इस पर विभाग तेजी के साथ काम कर रहा है। ऐसी गंभीर समस्या से जूझ रहे चिह्नित बच्चों का इलाज, दवा और डिवाइस क्लोजर ऑपरेशन निःशुल्क करवाया जा रहा है। इसके लिए प्रशांति चैरीटेबल ट्रस्ट के साथ समझौता हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से तय लक्ष्य के अनुसार हर साल राज्य भर से दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रहे बच्चों का इलाज करवाया जाना है।