पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना संक्रमण के बाद तीसरी बार जनता दरबार लगा रहें हैं। जनता दरबार में बिहार के हर एक जिले के लोग आ रहे हैं और मुख्य्मंत्री के सामने अपनी फरियाद रख रहें हैं। इसी कड़ी में एक मामले में मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार आगबबूला हो गए, जिसके बाद उन्होंने संबंधित अधिकारीयों को फटकार लगाई है।
दरअसल, सीएम नीतीश सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान आम लोगों की शिकायत सुन रहे थे। इस दौरान सीएम के सामने लगातार कई केस आएं, जिसमें लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में गड़बड़ी देखी गई। मुख्यमंत्री अपने एक अधिकारी को इसके बारे में समझा ही रहे थे कि एक और मामला इसी से जुड़ा हुआ सामने आ गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को बुलाकर फटकार लगाई।
सीएम नीतीश ने जनता दरबार में मौजूद मुख्य सचिव को तलब किया। उन्होंने कहा कि ये चीफ सेक्रेट्री साहब सुनिये इधर…… आइए। इसके बाद मुख्य सचिव तुरंत हाजिर हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूदान की जमीन को लेकर 2018 में ही पूर्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमिटि का गठन किया गया था। लेकिन आज तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई। कमिटि ने अब तक क्या किया,कितना काम हुआ इसकी समीक्षा करिये। क्यों कि काफी पहले ही भूदना की जमीन को लेकर कमेटी बनाई गई और कोई रिपोर्ट नहीं आई। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और अफने प्रधान सचिव को इस मामले को देखने को कहा।