एनडीए की बैठक का सहनी ने किया बहिष्कार, असहज हुई नीतीश सरकार
पटना : मानसून सत्र को लेकर एनडीए की विधानमंडल दल की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें एनडीए के सहयोगी दल व बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने बैठक का बहिष्कार कर दिया है। इस बैठक में वीआईपी सुप्रीमो समेत पार्टी के कोई भी नेता शामिल नहीं नहीं हुए हैं।
ज्ञातव्य हो कि मुकेश सहनी एनडीए के सबसे बड़े दल भाजपा से खासे नाराज चल रहे हैं। बीते दिन मुकेश सहनी पूर्व सांसद फूलन देवी की शहादत दिवस को लेकर कार्यक्रम करने वाले थे, लेकिन योगी सरकार की प्रशासन ने उन्हें कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं दी थी। मुकेश सहनी को बनारस से सीधे कोलकाता भेज दिया गया था, इसके बाद वे कोलकाता से पटना पहुंचे थे। पटना पहुंचने के बाद सहनी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि यूपी सरकार का यह रवैया सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास को चरितार्थ नहीं करती है।
उन्होंने आगे था कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री जी के अनुकूल चल नहीं रही है। प्रधानमंत्री जी का कहना है कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास। उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाति के लोग निषाद समाज अन्य वर्ग व निचले तबके के लोगों को सुना नही जा रहा है। उनके हक अधिकार को रौंदा जा रहा है। पूर्व सांसद फूलन देवी जी का प्रतिमा पर माल्यार्पण नही होना कहीं न कही खेदजनक बात है। हम निर्णय ले लिए हैं कि अगले यूपी विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर चनाव लड़ेंगे और आनेवाले समय में फूलन देवी के विचारों को हर घर में पहुंचाएंगे।
उन्होंने आगे था कि बिहार में हम सरकार का हिस्सा हैं। प्रदेश में कई जगहों पर शांतिपूर्वक तरीके से विरांगना फूलन देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण की गयी। हमें पूर्ण विश्वास है कि इस बार उत्तरप्रदेश में भी हम सरकार बनाएंगे जिसके बाद वहाँ के 18 प्रमंडलों में ही नहीं बल्कि सभी जनपदों में विरांगना फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करेंगे।
फूलन देवी से जुड़े कार्यक्रम में यूपी प्रशासन की सख्ती को लेकर नाराज सहनी बिहार में मानसून सत्र के दौरान एनडीए की बैठक को बहिष्कार कर असहज कर दिया है।