नवादा : जिले के हिसुआ से राहुल नाम का युवक आईएस की तैयारी करने पटना गया था। इसके लिए उसने कोचिंग लेना भी शुरू कर दिया था। पढाई के साथ ही उसे यू-ट्युब पर नये-नये वीडियों देखने का शौक लग गया। एक दिन इसने एटीएम का क्लोन बनाने का विडियों देखा और फिर आईएएस की जगह एटीएम क्लोनर बन गया। उसकी क्लोनिंग के धंधे का राज पुलिस को मिल गया और पटना के कंकड़बाग पुलिस ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। उसके पास से पुलिस ने एटीएम क्लोनिंग मशीन एवं अन्य समान बरामद किया है।
11 हजार में खरीदा था क्लोनर मशीन :-
पुलिस की गिरफ्त में आये राहुल ने बताया कि वह आईएएस बनना चाहता है और इसकी तैयारी भी उसने शुरू कर दी है। इस बीच यूट्युब पर एटीएम क्लोनिंग के फंक्शन को देखा, जिसके बाद उसने इंडियामार्ट ऑनलाइन वेबसाइट से एक क्लोन मशीन मंगवाया जिसकी कीमत 11 हजार रुपया है। इस मशीन का नाम एटीएम क्लोनिंग स्ट्रीमर मशीन है। इस मशीन को लेकर वह एटीएम में जाता था और रुपया निकालने वाले ग्राहक के कार्ड को हिट कर लेता था।
ग्राहक का पासवर्ड वह देख लेता था और उसके बाद घर आने के बाद उसके डाटा का क्लोनिंग करता था। फिर वह उस क्लोन से फर्जीवाड़ा करके एटीएम से पैसा निकाल लेता था। राहुल इस पैसे से आराम की जिंदगी गुजार रहा था और अपनी गर्लफ्रेंड को महंगे गिफ्ट भी दे रहा था।
पुलिस ने रंगेहाथ किया गिरफ्तार :-
बैंक ऑफ बड़ौदा की एटीएम शाखा में राहुल के फर्जीवाड़े की जानकारी मुंबई ब्रांच को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर मिली ।इसकी जानकारी बैंक के साथ ही पटना पुलिस के साथ शेयर की गयी। गुप्त सूचना के बाद पटना पुलिस ने राहुल को अपने जांल में फंसाने के लिए विशेष टीम का गठन किया कंकड़बाग थाना की पुलिस ने उसे एटीएम में डिवाईस लगाते समय रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एटीएम डिवाइस मशीन बरामद किया गया है।सिटी एसपी जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि राहुल से पुछताछ की जा रही है।उसके द्वारा पूर्व में किये गये फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी ली जा रही है और पूछताछ के बाद उसके सहयोगी की भी शिनाख्त की जा रही है।