शीतल जलप्रपात ककोलत में आई भीषण बाढ़

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– धारा 144 लागू रहने के बावजूद हजारों की संख्या में फंसे सैलानी को बाहर निकाला सुरक्षित

नवादा : जिले के गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल बिहार के कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत शीतल जलप्रपात में गुरुवार की दोपहर अचानक भीषण बाढ़ आ गई। हजारों की संख्या में सैलानी घंटों फंसे रहे। सभी सैलानियों को केयर टेकर यमुना पासवान एवं उनके सहयोगियों के द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया।

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बताया जाता है कि ककोलत में भीषण बाढ़ आने से मुख्यधारा के समीप ऊपरी स्थल का भाग पूर्ण रूप से पानी से ढक गया साथ ही निचले हिस्से का 32 सिढ़ी पानी में डूब गया। यहां तक कि परिसर स्थित मंदिर और ड्रेसिंग रूम का कुछ हिस्सा पानी में डूब गया। इस अवस्था में सैलानियों को बाहर निकलना काफी मुश्किल हो गया था। किसी तरह सैलानियों को मुख्यधारा के पास फंसे होने पर केयर टेकर यमुना पासवान तथा उनके सहयोगियों द्वारा काफी मशक्कत के बाद सैलानियों को बाहर निकाला गया।

सोचने वाली बात यह है कि एसडीओ चन्द्रशेखर आजाद के आदेशानुसार ककोलत जलप्रपात में धारा 144 लागू कर सैलानियों को ककोलत आने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया गया है। बाबजूद प्रतिदिन काफी संख्या में सैलानी ककोलत पहुंच रहे है। स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई हैं। जिसका नतिजा यह है कि आज भीषण बाढ़ में ककोलत जलप्रपात में बड़ा हादसा हो सकता था परंतु इसे बचा लिया गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि इससे पूर्व भी ऐसा कई बार हो चुका है।

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