‘उम्मीद है पूर्व मुख्यमंत्रियों के चित्र पोस्टर से फिर नहीं हटाएगी राजद’
पटना : राजद के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर पटना समेत पूरे बिहार में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें लालू प्रसाद यादव की वापसी हुई है। इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी पर निर्भर राजद ने लालू और राबड़ी को तमाम पोस्टरों से गायब कर दिया था। लेकिन सफलता नहीं मिली थी। इसके बाद राजद ने फिर से लालू और राबड़ी को पोस्टरों में जगह दी है। पोस्टर में लालू और राबड़ी की तस्वीर छपने के बाद सत्ता पक्ष राजद के प्रति लगातार हमलावर बनी हुई है।
इसी कड़ी में आज बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद ने बिहार में अपने 15 साल के भ्रष्टाचार, अपहरण-फिरौती-पलायन वाले भयानक दौर को जनमानस की स्मृतियों से मिटा देने की नीयत से 2020 के विधानसभा चुनाव के समय लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की तस्वीरें चुनावी पोस्टर-बैनर से हटा ली थीं। अतीत के गुनाह से पल्ला झाड़ने की यह कोशिश नाकाम रही।
राजद की सीटें घट गईं, क्योंकि लोग अब भी वे दिन नहीं भूले हैं, जब शोरूम से गाड़ियां उठा ली जाती थीं और शाम ढलते दुकानें बंद हो जाया करती थीं। लालू प्रसाद अब जेल में रहें या जमानत पर,पार्टी के पोस्टर-बैनर से गायब किये जाएँ या उनकी सचित्र वापसी हो, बिहार की राजनीति पर इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
यह दिल बहलाने के लिए एक राजनीतिक दल की आंतरिक कसरत-भर है। उम्मीद की जाएगी कि पार्टी अगले चुनाव के समय लालटेन युग के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के चित्र पोस्टर से फिर नहीं हटाएगी।