डॉक्टर्स डे पर पीएम ने डॉक्टरों के विभिन्न कार्यों को सराहा, कहा- योग के बारे में जागरूकता फैलाने…
दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर देश के डॉक्टर्स कम्यूनिटी से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, तो ऐसे ही नहीं कहा जाता। कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा, किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे?
पीएम ने कहा कि ये पुण्य कार्य करते हुए देश के कई डॉक्टर्स ने अपना जीवन भी न्योछावर कर दिया। आज जब देश कोरोना से इतनी बड़ी जंग लड़ रहा है तो डॉक्टर्स ने दिन रात मेहनत करके, लाखों लोगों का जीवन बचाया है।
उन्होंने कहा कि इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का Allocation दोगुने से भी ज्यादा यानि दो लाख करोड रुपये से भी अधिक किया गया। अब हम ऐसे क्षेत्रों में Health Infrastructure को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की एक क्रेडिट गारंटी स्कीम (Credit Guarantee Scheme) लेकर आए हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। 2014 तक जहां देश में केवल 6 एम्स थे, इन 7 सालों में 15 नए एम्स का काम शुरू हुआ है। मेडिकल कॉलेजेज़ की संख्या भी करीब डेढ़ गुना बढ़ी है। इसी का परिणाम है कि इतने कम समय में जहां अंडरग्रेजुएट सीट्स में डेढ़ गुने से ज्यादा की वृद्धि हुई है, पीजी सीट्स में 80 फीसदी इजाफा हुआ है।
पीएम ने कहा कि एक और अच्छी चीज हमने देखी है कि मेडिकल फ्रेटर्निटी के लोग, योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बहुत आगे आए हैं। योग को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए जो काम आजादी के बाद
पिछली शताब्दी में किया जाना चाहिए था, वो अब हो रहा है।
इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा किया गया है। डॉक्टर्स डे देश के महान डॉक्टर और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय की याद में मनाया जाता है।