विपक्ष किसान आंदोलन को खत्म कराने के बजाय भड़काने पर आमादा- सुमो
पटना : भाजपा नेता सह राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यह अजीब बात है कि कांग्रेस, राजद, टीएमसी और सपा जैसे जो दल केवल पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव और हरिद्वार कुम्भ को कोरोना संक्रमण बढने के लिए जिम्मेदार बता कर सरकार को कोस रहे थे, वे सभी एकजुट होकर 26 मई को कुछ आंदोलनकारी किसानों के विरोध दिवस का समर्थन कर रहे हैं।
जब कोरोना से किसान आंदोलन में शामिल कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है और इस महामारी की तीसरी लहर आने की डरावनी आहटें तेज हो रही हैं, तब विपक्ष को किसान आंदोलन को हवा देने के बजाय उसे समाप्त करा कर लोगों की जान बचाने में सहयोग करना चाहिए।
सुशील मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस की हालत यह है कि उसके शासन वाले पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान आंदोलन का विरोध कर रहे हैं, जबकि सोनिया गांधी आंदोलन और विरोध दिवस का समर्थन कर रही हैं। क्या कांग्रेस और राजद विरोध दिवस को आंशिक लॉकडाउन और कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों को सामूहिक रूप से तोडने का बहाना बनाना चाहते हैं?
अन्य ट्वीट में सुमो ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस साल पंजाब-हरियाणा के किसानों से 42 हजार करोड़ के गेहूँ की खरीद की। इसमें से पंजाब के किसानों के खाते में 25,728 करोड़ और हरियाणा के किसानों के खाते में 16335 करोड़ रुपये डाले गए।
पिछले साल के 341.92 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले इस साल 388.94 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद होने से ज्यादा किसानों की आय बढी। वास्तविक अन्नदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान हितैषी मानता है, इसीलिए बिहार सहित लगभग पूरे देश में कथित किसानों के बंद फ्लॉप होते रहे ।