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घर बैठे जनता को बरगलाने में लगे हैं कांग्रेस विधायक, भाजपा करेगी मानहानि का केस

बक्सर : एम्बुलेंस विवाद को लेकर बक्सर सदर विधानसभा के पूर्व भाजपा प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी व भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के सदस्य राजवंश सिंह ने संयुक्त बयान जारी कर बक्सर सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी पर झूठ बोलने तथा विकास कार्य मे बाधा डालने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने कहा कि विधायक द्वारा बक्सर के विकास कार्य में बाधा पैदा करने का निरंतर प्रयास करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्य को रोकने का कुत्सित षड्यंत्र कर रहे हैं जिसका भाजपा का एक एक कार्यकर्ता और बक्सर की जनता विरोध कर रही है।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार सदर विधायक जनहित में राष्ट्रीय स्तर पर प्रारम्भ किये गए विभिन्न योजनाओं और कार्यों का विरोध करके अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं और जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं। ज्ञातव्य है कि जहां एक तरफ भाजपा का एक एक कार्यकर्ता अपना तन मन धन लगाकर कोरोना पीड़ितों के सेवा कार्य, राशन, चिकित्सीय व्यवस्था में लगे थे।

वहीं, महानुभाव सदर विधायक अपने व्यक्तिगत सेवन हेतु अपनी गाड़ी से शराब तस्करी करवा रहे थे जिसमें उनपर प्रसाशन द्वारा केस दर्ज किया गया और कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है और उन्हें बेल लेना पड़ा है। पिछले एवं अभी दूसरे वेव में कोरोना काल में वे अपने घर में आराम फर्मा रहे थे वहीं लोगों की चिंता और सेवा में भाजपा कार्यकर्ता लगे हुए थे जो स्वतः अभिप्रमाणित है और जग जाहिर है।

उनके द्वारा लगातार कुंठित मानसिकता से ग्रसित होकर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री व बक्सर सांसद के जनउपयोगी योजनाओं का भी विरोध करके अनर्गल एवं झूठी बातें प्रदर्शित कर रहे हैं एवं जनता की आँखों में धूल डालने का कार्य कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने बताया कि पूर्व में ही एस जे वी एन द्वारा सीएसआर के माध्यम से स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के प्रयास से 6 वाहन एम एम यू बनाने के लिए मार्च 2019 में दिया था जिसे बक्सर संसदीय क्षेत्र के सभी 6 विधानसभा के लिए प्रदान किया गया था जिसमे बक्सर, ब्रह्मपुर, राजपुर, डुमराँव, रामगढ़ और दिनारा शामिल था और जिसे ज़िला स्वास्थ्य समिति ने इस निमित्त फंड की व्यवस्था व अर्थ आभाव में पूर्ण नहीं किया और इन वाहनों के सही परिचालन की पूर्ति उस समय नहीं हो सकी।

एसजेवीएन ने रख रखाव का जगह नहीं रहने के कारण वाहनों को जिला स्वास्थ्य समिति को 2019 में हैंडओवर किया था ताकि वाहनों में कोई दिक्कत नही हो। बाद में कोरोना संक्रमण को देखते हुए तत्कालीन सीएस ने 6 वाहनों को एमएमयू में अपग्रेड होने तक सम्मान फाउंडेशन के जरिये एम्बुलेंस के रूप में चलाने का कार्य किया।

एडवांस एमएमयू को बनाकर जन-जन के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था के लिए गाँव-गाँव तक सेवा देने के संकल्प से वाहनों को चलाया जाना था ताकि जनरल वाहन के रूप में। इस एडवांस एमएमयू में चिकित्सक, टेक्नीशियन, चिकित्साकाकर्मियों द्वारा घर घर पहुंचकर उनको परामर्श, मोबाइल लैब जो गाड़ियों में लगाया जाएगा उससे 76 से भी अधिक प्रकार के रक्त जाँच, एम्स पटना के चिकित्सकों द्वारा टेलीमेडिसिन सुविधा एवं जरूरी दवाओं को भी उपलब्ध कराने की योजना थी। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए रैपिड एंटीजेन जांच व परामर्श भी देने का लक्ष्य था।

इन कार्यों को करने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी इसलिए भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय का उपक्रम एच एल एल को इन वाहनों को एडवांस एमएमयू में तब्दील कर उत्कृष्ट चिकित्सीय सेवा देने की बात एसजेवीएन द्वारा की गई और उपरोक्त ने अपना प्रोपोजल भी जमा किया।

इस संदर्भ में एसजेवीएन ने जब एम्बुलेंस के रूप में उपयोग में लाये जा रहे वाहनों के बारे में डीएचएस बक्सर से वर्ष 2020 के अंत में बात किया तो मालूम चला की बिहार सरकार का एम्बुलेंस चलाने वाले सम्मान फाउंडेशन को सभी 6 एम्बुलेंस दे दिया गया है जिसका कोई अधिकृत सूचना नहीं दी गयी थी, लेकिन महामारी को देखते हुए उसका उपयोग कराया जा रहा था।

कोरोना के दूसरे वेव के आने के बाद भारत सरकार का उपक्रम ना कि विद्यायक द्वारा बताए जा रहे एनजीओ एच एल एल को देश भर का प्रोक्योरमेंट कार्य करना है एवं सभी राज्यों को संसाधन उपलब्ध कराने का बड़ा कार्य है। जिसके वजह से एडवांस एमएमयू का कार्य बाधित हो गया। इसी बीच एसजेवीएन द्वारा देश में लगभग 8 राज्यों में सरकारी स्तर पर चिकित्सीय सुविधा, एमएमयू सुविधा प्रदान करने वाले धनुष फाउंडेशन को उक्त 6 एमएमयू पहले अपग्रेड करने और फिर संचालित करने का प्रोपजल लिया एवं इसके परिचालन हेतु अग्रीमेंट भी किया गया। जिसके माध्यम से एडवांस फैसिलिटी से युक्त बिल्कुल निःशुल्क व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रारम्भ करना सुनिश्चित हुआ ताकि इन वाहनों को जिस धेय से लिया गया था वो साकार हो सके जिसका लाभ हज़ारो लाखो जनता को मिले।

अब विधायक मुन्ना तिवारी झूठी लोकप्रियता के लिए अनर्गल बात करके विकास रूपी इतने बड़े कार्य को बाधित करने का कार्य केवल इसलिए कर रहें हैं क्योंकि वो घर मे आराम फरमा रहे हैं और उनके पास कोई मुद्दा या काम नहीं है। भारत सरकार ने नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत बिहार सरकार को एडवांस एमएमयू के पायलट प्रोजेक्ट को अपने पीआईपी में शामिल करने को कहा था जिसे बिहार सरकार ने शामिल कर लिया है, ताकि बक्सर के बाद प्रदेश भर में इसे लागू किया जा सके और इसके डाटा को नैशनल हेल्थ ऑथोरिटी अंतर्गत प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2020 को घोषित नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन में सम्मिलित किया जा सके ताकि हर व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण का रिपोर्ट राष्ट्रीय स्तर पर किया जाय।

विधायक मुन्ना तिवारी ने जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए कहा कि एक ही वाहन को 4 बार उद्घाटन किया गया जो सरासर गलत है और जिसका कोई प्रामाणिकता नहीं है।

परशुराम चतुर्वेदी व राजवंश सिंह ने संयुक्त बयान में बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा बक्सर संसदीय क्षेत्र के सभी 6 विधानसभा के लिए 6 वाहन का शुभारंभ 9 मार्च 2019 में ही किया था जिसमे से टाटा कंपनी द्वारा एक ही वाहन हैंडओवर किया गया था, जिसे समर्पित किया गया और सभी 6 वाहनों को एमएमयू में अपग्रेड कर इसे 6 विधानसभा में चिकित्सा सेवा के लिए चलाना था ना कि जेनेरल तरीके से।

विधायक संजय तिवारी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि विधायक ने कल अपने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि 31 अगस्त 2019 को मंत्रीजी ने यही एम्बुलेंस को फिर से उद्घाटन किया गया जो गलत है। वकहार्ड फाउंडेशन मुम्बई द्वारा उनके सीईओ हिरेन जोशी ने अपने सीएसआर से अपना एमएमयू जिसमे डॉक्टर गाँव-गाँव जाकर इलाज करेंगे और दवा भी देंगे उसका उद्घाटन 6 महीने के लिए संचालित किया था। या तो विधायक जी को रतौंधी हो गया है या फिर वो जनता की आंखों में धूल झोंक रहें हैं।

दूसरा झूठ के रूप में विधायक ने आरोप लगाया कि मंत्री ने उसी एम्बुलेंस को धन्वंतरि चलंत अस्पताल के रूप में लोकार्पण किया जो सरासर फिर जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम है। क्योंकि 2019 में 13 अगस्त को नही बल्कि 12 अगस्त 2020 को मंत्री ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत 6 विधानसभा के लिए मोटरसाइकिल पर मोबाइल लैब जिसका नाम लैबाइक यानी 2 पहिया पर लैबोरेटरी स्थापित कर घर घर जाकर जांच की व्यवस्था का शुभारंभ किया था जिसमे 76 प्रकार के रक्त जाँच होने थे।

भाजपा नेता ने कहा कि तीसरा झूठ विधायक ने कहा कि 4 अप्रैल 2021 को टीबी उन्मूलन के लिए फिर यही एम्बुलेंस का उद्घाटन हुआ और पूछा कि वो कहाँ हैं। जबकि आरएमआरआई पटना द्वारा विशेष वाहन को पटना से लाकर 15 दिनों के लिए बक्सर, कैमूर और रोहतास के क्षेत्र में टीबी जांच करने का लक्ष्य था। ये योजना भारत सरकार बिहार के हर जिले में चल रही है और ये वाहन घूम घूमकर टीबी जांच करता है।

अंतिम में कहते हैं कि उसी गाड़ी को 16 मई 2021 को महर्षि विश्वामित्र चलंत अस्पताल के रूप में उद्घाटन किया। जबकि 16 मई आज है, कल ही 15 मई को ” महर्षि विश्वामित्र चलंत आरोग्य वाहन” का लोकार्पण चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत एडवांस एमएमयू अपग्रेड करके 5 वाहनों को 6 विधानसभा के लिए समर्पित किया है जिसमे चिकित्सक, चिकित्साकर्मी, टेक्नीशियन, एम्स पटना द्वारा पहली बार किसी एमएमयू को टेलीमेडिसिन से जिद गया है, रक्त जांच के लिए एडवांस लैब, साथ ही दवा की व्यवस्था की समेकित रूप से लोकार्पण किया गया और 1 वाहन अभी भी आरा में दुर्घटनाग्रस्त है जो अप्राप्त है।

इसलिए ई टीवी भारत के द्वारा विधायक ने जो गलत प्रचार प्रसार किया है वो जनता को बरगलाने का है, जिसके खिलाफ भाजपा मानहानि और गलत तथ्य भेजने के लिए सभी संबंधित लोगों पर केस भी दर्ज करेगी।