नवादा : बिहार में पंचायत चुनाव की डुगडुगी भले ही अभी न बजी हो लेकिन पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक भावी प्रत्याशी घर-घर दस्तक दे रहे हैं। नवादा में होली के मौके पर साड़ी व शराब बांटे जाने के बाद 15-16 लोगों की मौत के बाद कार्रवाई आरंभ की गयी है। ऐसे कई लोग प्रशासन के रडार पर हैं। इन सबसे इतर जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के अमांवा पश्चिम पंचायत की मुखिया रिंगा देवी इन सबसे अलग हटकर अपनी खेती बाड़ी में व्यस्त हैं।
फिलहाल जोर शोर से गर्मी की परवाह किए बिना खेतों में गेहूं की कटाई में लगी है। अहले सुबह से लेकर दोपहर तक खेतों में गेहूं की कटाई के बाद देर शाम बोझा खलिहान तक ला रही है। ऐसी भी बात नहीं है कि वे चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं रखती। कहती है पहले खेत में लगी पूंजी जिससे साल भर परिजनों का पेट भरता है उसे घर लाना आवश्यक है। चुनाव बाद में देखा जा सकता है।
पंचायत में बगैर किसी भेदभाव का काम किया हूं। जनता की इच्छा के बगैर चुनाव जीता नहीं जा सकता। घर-घर जाकर मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से जाउंगी। उनसे दुबारा जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदान के लिए प्रेरित करूंगी,लेकिन खेती-बारी के कार्य संपन्न होने के बाद। मुखिया का चुनाव प्रचार के बजाय खेत में काम करना चर्चा का विषय बना हुआ है।