पटना : नीतीश सरकार द्वारा लाए गए बिहार विशेष सशस्त्र विधेयक भारी हंगामे के बीच मंगलवार को पास हो गया। लेकिन, इस बिल को पास कराने के दौरान मंगलवार को सदन के अंदर जो भी घटनाएं हुई वो स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का हिस्सा नहीं रहा। विपक्षी सदस्यों द्वारा आसन से बिल की कॉपी को छीनकर फाड़ा गया, इसके बाद हंगामा इतना बढ़ गया कि विस अध्यक्ष को सदन के अंदर पुलिस बल तैनात करना पड़ गया। विस अध्यक्ष को विपक्षी द्वारा बंधक बनाया गया।
वहीं, इस घटना से दुखी विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अपरिपक्व विपक्ष नेतृत्व ने अलोकतांत्रिक तरीके से सदन को शर्मसार किया है। जो कि लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। जो भी माननीय दोषी हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।
इसके आगे विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने भी विरोध किया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया था। वे रात भर सदन के अंदर बैठे रहे थे।
वहीं, संसदीय मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि विपक्ष बिल को समझने के बाद हंगामा करना उचित नहीं समझा। इस तरह का कार्य यह बताता है कि विपक्षी सदस्यों ने पहले से तय कर रखा था कि कुछ भी हो जाए विरोध करना है।
मिली जानकारी के अनुसार हंगामे का फुटेज निकलवाया जा रहा है। फुटेज के आधार पर राजद, कांग्रेस व वामदलों के विधायकों पर कार्रवाई की बातें सामने आ रही है।