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भयावह होते हालात के बीच CM ने लिया फैसला, नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला

पटना : बिहार में कोरोना से भयावह होते हालात के बीच आज नीतीश सरकार ये फैसला ले लिया है कि बिहार में कोरोना के नियंत्रण के लिए क्या किया जाना है। बिहार सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। रात में 9 बजे से सुबह 5 बजे बजे कर्फ्यू रहेगा। हालांकि यह नियम शादी में लागू नहीं रहेगा।

बिहार में इसके साथ ही राज्य सरकार ने निर्णय किया है कि बिहार में फिलहाल 15 मई तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही बिहार में सभी परीक्षाओं पर रोक रहेगी हालांकि बीपीएससी के परीक्षाओं पर यह नियम लागू नहीं होगा। बिहार में अब जाहिर है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है उसके मद्देनजर इन्हीं अब यह करना बहुत ही जरुरी हो चुका था।

मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आरसीटीआर जांच का रिजल्ट उसी समय मिले उसके लिए बड़ा फैसला किया गया है। साथ ही सभी दवाई को लेकर भी बड़ा निर्णय किया गया है।कहा कि लोग बाहर है वो जल्दी से जल्दी से आ जाएं क्योंकि आगे और अधिक दिक्कत ना हो। जो लोग बाहर से आएंगे उन्हें रोजगार भी दिया जाएगा। साथ ही माइकिंग के जरिए हर जगह बचाव को लेकर जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा डॉक्टर को एक महीने का अधिक वेतन दिया जाएगा।

साथ ही सभी कार्यालय सरकारी और गैर सरकारी को 5 बजे तक बंद हो गई। साथ ही सभी दुकानें, मंडी, प्रतिष्ठान शाम 6 बजे तक बंद कर दिया जाएगा। सभी धार्मिक स्थल 15 मई तक बंद रहेंगे ।

वहीं, दफन और दाह संस्कार के लिए सिर्फ 25 लोगों की अनुमति होगी। शादी कार्यक्रम में सिर्फ 100 लोग तक अनुमति होगी। साथ ही जिला प्रशासन को अधिकार दिया गया है वो अपनी मर्जी से धारा 144 लागू कर सकते हैं। साथ ही आवश्यक सेवाओं परिवहन, बैंकिंग, डाक, स्वास्थ्य सेवा, मेडिसिन स्टोर, फायर, पुलिस, एम्बुलेंस आदि में छूट रहेगी।

गौरतलब है कि इससे पहले हुई सर्वदलीय बैठक में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने कोरोना संकट से उबरने के लिए अलग-अलग राय दी थी। भाजपा के तरफ से कहा गया था कि बिहार में 2 दिनों का कर्फ्यू लागू हो तो वही कांग्रेस द्वारा कहा गया था कि पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाए जबकि उसके ही सहयोगी दल राजद द्वारा कहा गया था कि पहले बिहार के लोगों को सूचित कर दिया जाए उसके बाद लॉकडाउन लगाया जाए। जबकि जेडीयू ने कहा था कि बाहर से लोगों के आने पर संक्रमण का फैलाव तेजी से हो सकता है, ऐसे में दवा, वैक्सीन, ऑक्सीजन आदि का भंडारण कारगर कदम उठाना होगा।

वहीं राज्य में अब तक 1,722 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। राज्य में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 39,497 तक पहुंच गई है। इस बीच, रिकवरी रेट में तेजी से गिरावट आ रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान 1,804 मरीज कोरोना को मात देकर संक्रमणमुक्त हुए। लेकिन राज्य में रिकवरी रेट गिरकर 86.93 प्रतिशत तक आ गया है।