सुमो को धार्मिक आस्था पर टिप्पणी करने के बजाय राजनीतिक विकल्प की तलाश करनी चाहिए- राजद
पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राज्यसभा सदस्य और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक मर्यादा को तोड़ने का आरोप लगाया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुशील कुमार मोदी के बयान और ट्वीट को कोई गंभीरता से नहीं लेता है फिर भी उन्होंने जो ट्वीट किया है उससे न केवल राजनीतिक और सामाजिक मर्यादा का उल्लंघन हुआ है बल्कि उन्होंने धार्मिक आस्था की मर्यादा को भी तोड़ कर धर्म विरोधी आचरण किया है। सुशील मोदी के लिए धर्म भले हीं राजनैतिक व्यापार का साधन हो सकता है पर औरों के लिए वह जीवन शैली का साधन है, जो उसके व्यक्तिगत आस्था से जुड़ा हुआ है।
राजद नेता ने कहा कि सुशील मोदी को लालू-तेजस्वी परिवार से राजनैतिक विरोध अथवा प्रतिद्वंद्विता को समझा जा सकता है। पर यदि वे उस परिवार के किसी गैर राजनीतिक सदस्य के पूजा पद्धति और उसके धार्मिक आस्था पर कटाक्ष करते हैं तो यह उनके सोच का निकृष्टतम उदाहरण हीं समझा जायेगा। संभव है अपने हीं दल द्वारा राजनीति के मुख्य धारा से विलोपित कर दिये जाने के बाद उनके सामने पहचान बचाने का संकट हो। इसके लिए किसी के धार्मिक आस्था पर टिप्पणी करने के बजाय उन्हें अपने लिए राजनीतिक विकल्प की तलाश करनी चाहिए।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि दूसरे के धार्मिक आस्था पर टिप्पणी करने वाले सुशील मोदी की स्थिति यह है कि वे न तो मन्दिर में जा सकते हैं और न गिरजाघर में। मोदी जी की आस्था किसी धर्म के प्रति है नहीं वे धर्म का इस्तेमाल केवल वोट के लिए करते हैं और दूसरों के आस्था पर टिप्पणी करते हैं।