15 मौतों की पीछे का सच है जहरीली शराब? रहस्य से जल्द पर्दा उठने के आसार
नवादा : शहर और इससे सटे इलाके में होली पर्व के दौरान शराब पीने से 15 से ज्यादा लोगों की हुई मौत का सच सामने आने का समय नजदीक आ गया है। पर्व के दौरान शराब बांटी भी गई थी और बेची भी गई थी, इससे किसी को इंकार नहीं है, बस इंतजार इस बात का है कि पर्व के नाम पर मिला शराब सच में मौत का संदेशा था?
घटना के बाद पुलिस व मद्य निषेध विभाग द्वारा कई इलाकों से शराब, ताड़ी आदि की बरामदगी की गई थी। गेहूं के खेतों से शराब का पाउच बरामद हुआ था। जो भी ताड़ी शराब बरामद हुआ था उसका सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट जल्द आने के आसार हैं। रिपोर्ट आई तो इससे यह साफ हो जाएगा कि क्या सच में मरने वालों को जानलेवा शराब ही पीने को मिला था या नहीं?
वैसे सूत्र बता रहे हैं कि जिला प्रशासन को केमिस्ट जांच रिपोर्ट मिलने लगा है, जिसमें काफी कुछ साफ होना शुरू हो गया है। जो रिपोर्ट आ रही है वह इस ओर इशारा कर रही है कि जहरीली शराब व ताड़ी का धंधा ताे हो रहा था। रिपोर्ट के बावत आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है। सूत्र बता रहे हैं कि ताड़ी के कुछ सैंपल के जो रिपोर्ट आए हैं वह जहरीला पाया गया है। ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि ताड़ी को अत्यधिक नशीला बनाने के लिए उसमें कुछ और जहरीला पदार्थ मिलाया जाता होगा। ऑक्सीटॉक्सीन या स्प्रीट का मिलावट हो सकता है।
शराब सैंपल के केमिस्ट रिपोर्ट के साथ ही प्रशासन को मृतकों के विसरा रिपोर्ट का भी इंतजार है। विसरा रिपोर्ट और केमिष्ट रिपोर्ट मिलता-जुलता आया तो मौत के कारणों तक पुलिस व प्रशासन आसानी से पहुंच जाएगी। मृतकों में चार का पोस्टमार्टम होने के बाद विसरा को विस्तृत जांच के लिए लैब भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। दीगर है कि नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बिगहा, बुधौल, गोंदापुर व नवादा शहरी क्षेत्र के 15 से ज्यादा लोगों की मौत शराब पीने से हुई थी। शुरूआती इंकार के बाद प्रशासन शराब से मौत की संभावना के एंगल पर जांच शुरू की है।