आयकर विभाग ने 9 मार्च को कोलकाता में इलेक्ट्रिक उपकरण और सजावटी लाइटों का व्यापार करने वाले एक व्यवसायी के ठिकानों पर छापेमारी और जब्ती अभियान चलाया। यह तलाशी अभियान खुफिया जानकारी और स्थानीय जांच पड़ताल के आधार पर की गई है। छापेमारी और जब्ती की कार्यवाही कोलकाता में 3 से अधिक परिसरों में की गई है।
विभाग ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिनमें प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि यह लोग चीन के निर्यातकों के साथ व्यवसाय के लिए अनेक बैंक खातों का इस्तेमाल करते हैं। यह साक्ष्य दस्तावेज के रूप में और इलेक्ट्रॉनिक रूप में मिले हैं। यह पाया गया कि आयात की गई वस्तुओं की कीमत को कम करके दिखाया गया ताकि आयातित वस्तुओं पर सीमा शुल्क कम अदा करना पड़े। घरेलू बाजारों में इन इलेक्ट्रिकल उपकरणों कि बड़े पैमाने पर बिक्री का कोई हिसाब किताब नहीं रखे जाने के भी साक्ष्य मिले हैं।
प्राथमिक जांच में यह भी पाया गया है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ तलाशी और जब्ती का अभियान चलाया गया वह कई अन्य अवैध गतिविधियों में भी संलिप्त है, जिसमें वह नकदी प्राप्त कर उसे विदेशी मुद्रा में बदलने तथा कुछ बैंक खातों के माध्यम से भारतीय आयातकों को विभिन्न प्रकार की वस्तुएं निर्यात करने वाले चीनी निर्यातकों के बैंक खाता में हस्तांतरित करने में संलिप्त रहा है।
अतः चीन से आयात किए जाने वाले सामानों के कुल मूल्य की कुछ राशि ऐसे धोखाधड़ी वाले बैंक खातों के माध्यम से चीनी निर्यातकों को दी जाती रही है। इन गतिविधियों के साक्ष्य से संबंधित विभिन्न मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ज़ब्त कर लिया गया है जिनमें इस तरह की गतिविधियों के संप्रेषण या साक्ष्य मौजूद हैं।
छापेमारी और तलाशी के दौरान 3 करोड़ की बेहिसाबी नकदी बरामद हुई जिसे ज़ब्त कर लिया गया है। इसके अलावा आयकर विभाग द्वारा की गई एक अन्य कार्रवाई में प्राप्त 76 लाख रुपए की नकदी भी ज़ब्त की गई है। इसको लेकर जांच पड़ताल जारी है।