‘हकदारों और बेचारों की नहीं हत्यारों और अत्याचारियों की सुरक्षा करती बिहार सरकार’
पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में अपराधी बेलगाम है। क़ानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। चहुँओर हाहाकार है चित्कार है, खून खराबा और मारामारी है। ज़हरीली शराब से लोग मर रहे है। अपराधियों ने तांडव मचा रखा है। लूट, डकैती, बलात्कार और मर्डर हो रहे है। प्रतिदिन सैंकड़ों लोगों की हत्या की जा रही है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की सड़कों, गलियों और चौराहों में खून बह रहा है और नीतीश कुमार का मुँह ज़ुबानी क़ानून काम रहा है। नीतीश कुमार ने जो नैतिकता बेची है वो अपराधियों ने ख़रीद की है। इसलिए बिहार में अपराधियों की बहार है क्योंकि भैया यहाँ नीतिशे कुमार है। बिहार सरकार हकदारों और बेचारों की नहीं हत्यारों और अत्याचारियों की सुरक्षा करती है।
मधुबनी नरसंहार में क्या हुआ? आरोपियों को बचाने वाला DSP ही नरसंहार की जाँच कर रहा है? मैंने कहा ना बिहार पुलिस JDU पुलिस बन चुकी है।मुख्यमंत्री बस एक ज़िला और एक जात के लिए काम करते है। SP मुख्यमंत्री का स्वजातीय है। मुख्यमंत्री बताए कितने DM/SP उनके स्वजातीय है और उनका क्या पर्फ़ॉर्मन्स है? उनके कितने स्वजातीय पुलिस अधिकारी सचिवालय और पुलिस मुख्यालय में है?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस मंत्रिमंडल में 64% दागी मंत्री हो वहाँ ऐसा लूटपाट, मारकाट और गुंडा राज तो होगा ही। रूपेश हत्याकांड में जो हुआ और जो हो रहा है। सब जानते है। किसे, कब और क्यों बचाया जा रहा है यह मुख्यमंत्री बताए? पश्चिम चंपारण में ज़िला पार्षद हत्याकांड में इनके विधायक पर FIR हुआ? उसको किसने बचाया?
गोपालगंज नरसंहार में नीतीश कुमार ने दोषियों को बचाया? रामाश्रय कुशवाहा हत्याकांड में नीतीश कुमार ने दोषियों को बचाया? नीतीश कुमार हत्यारों को बचाने के लिए एक SOP ( Standard Operating Procedure) को फ़ॉलो करते है। हफ़्ते तक किसी भी बड़े कांड पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। फिर कहेंगे ऐसा हुआ हमारे संज्ञान में नहीं है, फिर कहेंगे हमने समाचार पत्रों में पढ़ा, फिर कहेंगे हमने अधिकारियों को कहा है, क़ानून अपना काम करेगा।
तेजस्वी ने कहा कि अरे, मुख्यमंत्री जी किसे बेवक़ूफ़ बनाते है, आपका क़ानून तो आपका मुँह ज़ुबानी काम करता है। अपराधियों और माफिया के संरक्षणकर्ता तो आप है। चाहे मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड हो, सृजन कांड हो, पटना आश्रय कांड हो….रूपेश हत्याकांड हो…क्या क्या नहीं किया आपने?? प्रदेश भर में विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या करवाई जा रही है। अभी तीन दिन पूर्व कटिहार में पार्टी नेता पर 27 गोलियाँ दागी गयी।