भक्ति के दो पुत्र हैं, एक ज्ञान व दूसरा वैराग्य:-महाराज शिवराज
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के ओडो गांव में मुकेश सिंह के आवास पर सात दिवसीय आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन गुरूवार को कथा सह प्रवचन आयोध्या निवासी पुरोहित महाराज शिवराज शरण जी महराज ने श्रीमद्भागवत कथा की महिमा के बारें मे वर्णण किया। यजमान के रूप में मुकेश कुमार व उनकी धर्मपत्नी गुडडी देवी ने निभाया।
उन्होंने कहा भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही सभी पापों की मुक्ति मिल जाती है ।जेसे की गोकर्ण ने कथा कही व उसके दूराचारी भाई धंधूकारी ने मनोयोग पूर्वक सुना व उसे मोक्ष की प्राप्ति हो गयी। उन्होंने कहा भागवत कथा का केंद्र है,आनंद है। आनंद मेंं पाप का स्पर्श भी नहीं हो सकता है। कहा गया भागवत कथा एक ऐसा अमृत है, जिसे जितने भी पान कीजीए आत्मा तृप्त नहीं होता है। भक्ति के दो पुत्र हैं,एक ज्ञान व दूसरे वैराग्य है।
गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि भागवत कथा सुनते ही ज्ञान व वैराग्य दोनों जागृत हो जाता है। इस दौरान गीत व संगीत भी प्रस्तुत किया गया साथ ही साथ झांकी की प्रस्तुति किया गया। भगवान शिव व माता पार्वती की झांकी को देखकर उपस्थित लोग मंत्र मुग्ध हो गये।
मौके पर श्र्रोतागण श्रद्धापूर्वक कथा का श्रवण किया। कहा गया कि 6 मार्च को पूर्णाहूति व 7 मार्च को भंडारा व प्रसाद वितरण कर सात दिवसीय भागवत कथा का समापन होगा। मौके पर रामाधीन सिंह, नीरज कुमार, कपिलदेव प्रसाद सिंह समेत अन्य लोड मौजूद थे।