एएसएन सिन्हा कॉलेज कर्मी की हुई हत्या, बालू में गाड़ा शव को कुत्तों ने निकाला
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर पंचायत की एएसएन सिन्हा महाविद्यालय के रात्रि प्रहरी बालभद्र सिंह का शव छह दिनों बाद बरामद कर लिया गया है। हत्या कर शव को जमीन में गाड़ दिया गया था। वारिसलीगंज थाना इलाके के कुटरी पंचायत की मरलाही नदी से सोमवार की सुबह 61 बर्षीय बलभद्र सिंह के शव को पुलिस बरामद करने में सफल रही।
खेत में काम कर रहे मज़दूरों ने कुछ कुत्ते को बालू खोदते देखा। तब लोग नजदीक जा कर देखा तो एक शव नजर आते ही शोर मचाना शुरू किया। पुलिस को सूचना दी गई। सूचना बाद पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा एवं सीओ उदय प्रसाद, बीडीओ सत्यनारायण पंडित पहुंचे। सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों की उपस्थिति में बालू में गाड़ा गया शव को निकाला गया। शव की पहचान छह दिनों से गायब कालेज के रात्रि प्रहरी बलभद्र सिंह के रूप में किया गया।
इस मामले में पुलिस कुटरी गांव के भोला से पिछले कई दिनों से पूछताछ कर रही थी। वहीं माफी गांव के शिशुपाल का तलाश रही थी। हालांकि, हत्या और शव बरामदगी को ले पुलिस का अधिकारिक पक्ष आना बाकी है। शव बरामदगी के बाद वहां आसपास के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। बता दें कि रहस्यमय तरीके से गायब हुए बलभद्र सिंह की बरामदगी नहीं होने से नाराज उनके गांव कोचगांव के लोग 26 फरवरी शुक्रवार को सड़क पर उतरकर हंगामा किया था। बाजार को भी बंद कराया गया था। तब स्थिति को संभालने के लिए एसडीएम सदर उमेश कुमार भारती तथा पकरीबरावां के एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा दलबल के साथ वारिसलीगंज पहुंचे थे।
रात्रि प्रहरी 22 फरवरी से लापता थे। पुत्र प्रह्लाद कुमार ने 24 फरवरी को ही थाना में शिकायत दर्ज कराया था। घटना की जद में जमीन खरीद के लिए रुपये का लेन देन का मामला सामने आ रहा है। पुत्र के अनुसार पिता ने माफी ग्रामीण शिशुपाल सिंह तथा कुटरी निवासी भोला सिंह को चार लाख रुपया नकद दिया था। किसी कारण से जमीन लेने से मना कर पैसा वापस मांग रहे थे।
दोनों लोगों ने 22 फरवरी की शाम को पैसा लौटाने का वादा किया था। पुत्र का कहना था कि 22 फरवरी की शाम 4 बजे के पिता को बाइक से काॅलेज ड्यूटी के लिए पहुंचा कर घर लौट गया। उसके बाद से पिता का कोई अता पता नहीं है। मोबाइल भी बंद मिल रहा है। पुत्र के अनुसार जब शिशुपाल व भोला से पैसा के बावत पूछा तब 22 फरवरी की शाम को ही पूरे चार लाख रुपये लौटा देने की बात कही। रुपये लेने के बाद पिता कहां गायब है। काॅलेज कर्मी की सेवा अब कुछ महीने ही शेष बची थी।