मंत्रिमंडल विस्तार से पहले भाजपा में बगावत, दक्षिण बिहार व सवर्णों को नजरअंदाज करने का आरोप
पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से फंसा पेंच अब सुलझ गया है। 84 दिनों बाद आज नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार दोपहर 12 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा। यह समारोह राजभवन के राजेंद्र मंडपम में होगा। राज्यपाल फागू चौहान सभी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
लेकिन, मंत्रिमंडल विस्तार से पहले भाजपा में बगावत शुरू हो गई है। बाढ़ से भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि पार्टी कुछ लोगों के चंगुल में फंस गई है। प्रधानमंत्री मोदी व अमित शाह को अंधेरे में रखा गया है। अगर पार्टी सही समय पर नहीं चेती तो बिहार में भाजपा का हाल छत्तीसगढ़, राजस्थान व मध्यप्रदेश की तरह हो सकती है।
ज्ञानू ने कहा कि एक ही जिले से 3 लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है। वहीं, किसी कमिश्नरी से एक को भी नहीं, पूरे दक्षिण बिहार को नजरअंदाज किया गया है। न जातीय समीकरण का ध्यान रखा गया है न क्षेत्रीय समीकरण का। अनुभवहीन व दागी लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है। सवर्णों को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है, जो कि ठीक नहीं है। क्योंकि, सवर्णों ने ही पार्टी को खड़ा किया है।
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू का भी नाम चल रहा था। लेकिन, मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें जगह नहीं दी गई।
भाजपा से बनने वाले मंत्रियों के नाम हैं:-
1 शाहनवाज हुसैन
2 सम्राट चौधरी
3 सुभाष सिंह
4 आलोक रंजन झा
5 प्रमोद कुमार
6 जनकराम
7 नारायण प्रसाद
8 नितिन नवीन
9 नीरज सिंह बबलू