पटना : आज यानी 7 फरवरी को बिहार विधानसभा इमारत 100 साल का हो गया। शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने पूरी तैयारी कर रखी है। शताब्दी वर्ष का कार्यक्रम दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा रविवार को किया गया। बिहार विधान मंडल के सेंट्रल हॉल में शताब्दी समारोह और प्रबोधन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
शताब्दी समारोह कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे, न ही तेज प्रताप यादव। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, तारकिशोर प्रसाद, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, संसदीय मंत्री विजय कुमार चौधरी समेत कई मंत्री और विधायक उपस्थित रहे।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार विधानसभा भवन के स्वर्णिम 100साल पूरे होने पर सभी को बधाई। सन 1920 को इस भवन का निर्माण शुरू हुआ था तथा 7 फरवरी 1921को लार्ड सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा की अध्यक्षता में यहां पहली बैठक हुई थी। रोमन डिजाइन की खूबियों को समेटे यह भवन 100साल से बिहार के विकास का विधान तय कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने इस ऐतिहासिक दिन के लिए बिहारियों को बधाई दिया है।
दूसरे सत्र का कार्यक्रम शुरू हो गया है। इस सत्र में ‘ लोक महत्त्व के मामले को सदन में उठाने की प्रक्रिया, विधायी शक्तियां और दायित्व’ विषय पर चर्चा होगी। इसमें विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा विषय प्रवेश कराएंगे। परिचर्चा में विजय कुमार चौधरी, सुशील कुमार मोदी, रविशंकर प्रसाद, विधानसभा के सदस्य शामिल होंगे।