चिरांद में श्रीराम कथा शुरू, आचार्यश्री मिथिलेश नन्दिनी शरण होंगे कथावाचक
डेरीगंज : श्रीरसिक शिरोमणि मन्दिर चिरांद में श्रीरामकथा का प्रारम्भ आज अपराह्न दो बजे से होगा। इस तीन दिवसीय कथा सत्र का समय प्रतिदिन दोपहर दो बजे से पाँच बजे तक होगा।
श्रीराम कथा और उसमें मधुर उपासना के सिद्धान्तों का प्रतिपादन आचार्य श्री मिथिलेश नन्दिनी शरण जी के द्वारा किया जायेगा। इस सत्र में कार्यक्रम के आयोजक लक्ष्मण किलाधीश महन्त मैथिली रमण शरण जी के आशीर्वचन के साथ ही मिथिला-चित्रकूट के संतों का उद्बोधन होगा।
आयोजन में चिरांदवासियों तथा स्थानीय निवासियों के अतिरिक्त पटना , मुज़फ़्फ़रपर , समस्तीपुर , सीतामढ़ी दरभंगा आदि स्थानों से भक्त-श्रद्धालु सम्मिलित होंगे।
चिरांद का महत्व
विश्व के दुर्लभ पुरातात्विक स्थलों में से एक, इस स्थान पर नवपाषाण कालीन ऐसे धरोहर मिले हैं जो रामायण कथा को पुरातात्विक प्रमाण से परिपुष्ट करते हैं। यह स्थान ऋषि श्रृंगी की तपस्थली थी जिन्होंने राजा दशरथ का पुत्रेष्टि यज्ञ सम्पन्न कराया था। इस स्थान की गरिमा को फिर से स्थापित करने के लिए वर्ष 2009 में ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन से चिरांद चेतना महोत्सव और गंगा गरिमा रक्षा संकल्प समारोह का आयोजन कर अभियान की शुरूआत की गयी थी।