शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होगा विद्यापीठ : विजय कुमार चौधरी
विद्यामंदिर बनेगा विद्यापीठ : केशवानंद
वसंत पंचमी के अवसर पर बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ में वेदपाठ के साथ हुई मां सरस्वती की पूजा-अर्चना
पटना : शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ अग्रणी होगा। इसका इतिहास पुराना है। वसंत पंचमी के अवसर पर उन्होंने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की। संस्था के कार्यकारी कुलपति स्वामी केशवानंद जी ने अंगवस्त्रम व तिलक-चंदन लगाकर उन्हें आर्शीवाद दिया।
इससे पहले स्वामी जी ने मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं को वेद-पुराण की पंक्तियों का मर्म बताया। सफ़ेद वस्त्रधारी विद्या की देवी की तरह मन को निर्मल व छल-प्रपंच से अलग रखने की बात कही। कार्यकारी कुलपति ने कहा कि विद्यापीठ को विद्यामंदिर बनाना है। इसके लिए समाज का सहयोग लिया जाएगा। इसका अतीत लौटाकर ही गुरु स्वामी हरिनारायणानंद जी की कृति अमर होगी।
पूर्व न्यायाधीश राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि पहले जानवर से आदमी बना, अब आदमी जानवर बनता जा रहा है। एक ही आदमी जरूरत के मुताबिक मातहत के सामने शेर और साहब के पास चूहा बन जाता है। पद से महत्वपूर्ण व्यक्ति निर्माण की जरूरत है। जिसकी, कमी होती जा रही है। न्यायमूर्ति श्री प्रसाद ने भी वेद वाक्यों को समझाया।
पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वामी केशवानंद जी के सान्निध्य में विद्यापीठ का उत्तरोत्तर उत्थान होगा। स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि संस्था के उत्थान में पूरा सहयोग करेंगे। विधायक देवेश कांत सिंह ने कहा कि मैं विद्यापीठ का छत्र रहा हूँ। मन, वचन और कर्म से इसके अतीत को लौटाने में सहयोग करूँगा। साथ ही उन्होंने कार्यकारी कुलपति के प्रति श्रद्धा निवेदित की।
पद्मश्री डॉ. शांति राय ने कहा कि विद्या से ही विनय आता है। उन्होंने कहा कि यहाँ की कई प्रतिभाएं देश-विदेश में मान बढ़ा रही हैं। प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डा. रवि भूषण शर्मा ने कहा कि स्वामी हरिनारायणानंद जी की सेवा करने का अवसर सौभाग्य से मिला है। जब तक उनकी आयु है सेवा करता रहूँगा। संस्था की ओर से तारा अस्पताल और डा. रवि भूषण शर्मा की मुक्त कंठों से प्रशंसा की गई। पूर्व मंत्री अखलाख अहमद ने कहा कि विद्या की आराधना में धर्म कभी आड़े नहीं आया। संचालक सदस्य जगत नारायण शर्मा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।
इस मौके पर डॉ. शीला शर्मा, डा. उषा शर्मा, शिक्षा विद् आभा रानी, पूर्व विधायक रमाकांत पाण्डेय, पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि देवी, महंत कमलनारायण दास, प्रबंधक राजदेव सिंह, श्यामनंदन प्रसाद, नंदकिशोर सिंह व राम बिनोद प्रसाद सिंह समेत कई गणमान्य जन उपस्थित थे।