दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लाई गई दिशा रवि के कारनामे की चर्चा करते हुए अदालत में जानकारी दी है कि उसने व्हाट्स एप्प पर एक ग्रुप बनाकर ग्रेटा थंबर्ग द्वारा शेयर किए गए गूगल ड्राइव में कंटेंट को संपादित करने के बाद अपने समूह में सक्रिय सदस्यों के बीच शेयर करते हुए 26 जनवरी को प्रायोजित आंदोलन को तेज करने का निर्देश दिया था।
जब गूगल ड्राइव में संकलित कंटेंट ग्रेटा थंबर्ग की चूक से डिलीट हो चुके थे, तब उसने टूल किट वितरण में सहयोग दिया था। ज्ञातव्य हो कि एक्टिवस्ट दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपेन की फाउंडर्स में से एक है।
पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग ने अपने ट्वीट में लिखा था कि हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं। साथ ही ग्रेटा ने दूसरे ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट शेयर किया, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी और पांच चरणों में दबाव बनाने की बात कही गई थी। हालांकि, बाद में ग्रेटा थनबर्ग ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था। इसके बाद ग्रेटा ने एक और ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि अगर आप मदद करना चाहते हैं तो यह अपडेटेड टूलकिट है।