बिहार मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब जल्द ही राज्यपाल कोटे से मनोनीत होने वाले 12 सीटों पर निर्णय हो सकता है। दो दिवसीय दिल्ली दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मामला लंबे समय से अटका हुआ है। इसमें विलंब नहीं होना चाहिए और ज्यादा विलंब होगा भी नहीं, यह काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था।
नीतीश के इस बयान के बाद यह तय माना जा रहा है कि जल्द ही राज्यपाल कोटे से सीटें मनोनीत हो जाएगी। 12 में से 6 सीटें भाजपा व 6 सीटें जदयू के खाते में जाएगी। इनमें से जदयू कोटे से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी तथा भाजपा कोटे से खान व भूतत्व मंत्री जनक चमार का नाम तय है। चर्चा इस बात की भी है कि उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी नाम फाइनल माना जा रहा है।
भाजपा कोटे से देवेश कुमार, सुशील चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, राधा मोहन शर्मा, प्रमोद चंद्रवंशी, बेबी कुमारी, निवेदिता सिंह, मुख्यालय प्रभारी सुरेश रुंगटा, मधुबनी के पूर्व जिला अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर, प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी मृत्युंजय झा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा और निखिल चौधरी का नाम चल रहा है।
वहीं, मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी भी एक-एक सीट के लिए दबाव बना रहे हैं। इसको लेकर मुकेश सहनी भाजपा नेता व गृहमंत्री से भेंट कर चुके हैं और जीतन राम मांझी पहले से ही ढोल पीट रहे हैं कि नीतीश कुमार ने कहा है कि एक सीट आपको दी जाएगी।