पटना : भाजपा नेता व सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान पीठ दिखाकर सदन से निकल लेने वाले ‘कांग्रेस के तारणहार’ को ‘विकास’ जैसे शब्द से कान में दर्द होने लगता है। यही वजह है कि लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान जब देश के विकास पर बातें हो रही थी, बताया जा रहा था कि बजट में हर तबके और हर क्षेत्र के विकास पर बल दिया गया है, तो वे पीठ दिखाकर सदन से चले गए।
पांडेय ने आज यहां लोकसभा में बजट पर चले वाद-विवाद में कांग्रेस और उसके युवराज की भूमिका पर तंज कसते हुए कहा कि असल, में ‘कांग्रेस के तारणहार’ को डर था कि कहीं उनकी पोल न खुल जाए। क्योंकि विकास से उनका दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं रहा। अमेठी के लोगों को वे सिर्फ सपना दिखाते रहे और जब देखा कि हार पक्की है, तो झूठे सपने दिखाने के लिए वायनाड पलायित हो गये।
‘कांग्रेस के तारणहार’ के कार्यकाल में अमेठी अस्पताल को न तो जिला अस्पताल का दर्जा दिला पाए और न ही अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगा पाये। बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के प्रावधानों पर जब चर्चा की बारी आई तो राहुल गांधी सदन से ही खिसक लिये। आज अमेठी का तेजी से विकास हो रहा है।
पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अमेठी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए बजट में शौचालयों का निर्माण सुनिश्चित किया गया है। ‘कांग्रेस के तारणहार’ को सांसद रहते 194 पंचायतों को पंचायत भवन तक नसीब नहीं हुआ। भला युवराज सदन में यह सब कैसे सुन पाते।