राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस के राजकुमार पहले सत्ता के नशे में इतने चूर थे कि अपनी पार्टी की सरकार के फैसले की कॉपी सार्वजनिक रूप से फाड़ कर तत्कालीन प्रधानमंत्री का अपमान कर देते थे। सत्ता जाने के बाद वे हताशा में कभी छुट्टी मनाने विदेश चले जाते हैं, कभी राफेल विमान खरीद पर झूठ बोलते हैं, “चौकीदार चोर है” जैसा घटिया बयान देते हैं और अब किसान आंदोलन को हवा देने के लिए लगातार झूठ का ब्लोअर चला रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि जन्मजात राजा होने का राहुल गांधी का अहंकार इतना बड़ा हो गया है कि वे दुनिया की सबसे बड़ी और भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के राष्ष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नहीं पहचानते। कांग्रेस के लिए खुद उसके राजकुमार बोझ बन गए हैं।
अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी ने मंडियों से आजादी दिलाने वाले तीन कृषि कानूनों को खेती पर एकाधिकार कराने वाला साबित करने के लिए कुतर्क, आशंका और दुराग्रह से भरी जो पुस्तिका जारी की है, उसे “खेती का खून” नाम देने से पहले उन्हें बताना चाहिये था कि सिख दंगों में 3000 सिखों का खून किसने किया? कांग्रेस बताये कि पिछले 25 साल में 4 लाख से ज्यादा किसानों ने किस सरकार की नीतियों के कारण आत्महत्या की?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाले सालाना 6 हजार रुपये, दोगुना कृषि बजट और समर्थन मूल्य में 60 फीसद से ज्यादा वृद्धि दिखायी नहीं देती। किसानों के आशीर्वाद से ही एनडीए को दिल्ली और पटना में दोबारा सेवा के मौके मिले।
दरअसल, कृषि बिल को लेकर नड्डा ने राहुल गाँधी को कहा था कि वे किसानों को भड़का रहे हैं। नड्डा के इस ट्वीट का जवाब देते हुए राहुल गाँधी ने कहा था कि वह कौन हैं, जिनकी बातों का मुझे जवाब देना है? क्या वह मेरे प्रोफेसर हैं? मैं उन्हें नहीं, देश को जवाब दूंगा। इस जवाब के बाद तमाम भाजपा नेता राहुल गांधी को लेकर आक्रमक रूख अख्तियार कर हुए हैं।