बाल श्रम मुक्त बिहार बनाने को प्रतिबद्ध है हमारी सरकार : जीवेश कुमार
पटना : ए. एन. सिन्हा इंस्टीट्यूट में आयोजित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की तीन दिवसीय (7 से 9 फरबरी) कार्यशाला को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के श्रम मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार बाल श्रम से मुक्ति की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
सरकार इस दिशा में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं कर सकती। बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की नीतीश कुमार सरकार बहुत सक्रिय रूप से काम करती रही है। जिसके लिए समय समय पर पुलिस विभाग को भी निर्देशत किया जाता है। श्रम मंत्री जीवेश कुमार ने आगे बताया कि सच है कि आज भी बच्चे बाल मजदूरी के शिकार बन रहे हैं।
ऐसे बच्चों को मुक्त जीवन प्रदान करना, पुनर्वास की व्यवस्था करना हमारी प्रतिबद्धता है। गरीबी की वजह से बाल श्रमिक हमे कई उपक्रमों में काम करते मिल जाते हैं। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा बिहार के 10 जिलों में ‘मुक्ति कारवां’ अभियान के माध्यम से लगभग 25 सर्वाइवर लीडर जो खुद कभी बाल मजदूरी के शिकार रहे हैं, को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री ने कहा कि आप लोगों का अभियान एक बहुत ही पुनीत काम है और हम इसकी प्रशंसा करते हैं।
पटना जिले के अखिलेश पासवान, कटिहार के मोहम्मद छोटू और मधेपुरा से वशिष्ट सम्राट ने बाल श्रम के दौरान अपने जीवन और कार्यों के बारे में मंत्री जी को अवगत कराया। इनके प्रयासों को देखते हुए माननीय मंत्री जी ने इन सबों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी तथा कहा कि उपस्थित सभी व्यक्तियों को अपने जीवन में बाल श्रम से प्रभावित बच्चों के सुधार के लिए अवश्य प्रयास करना चाहिए।
इसी क्रम में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के निदेशक विधान चंद्र सिंह और फाउंडेशन के वरीय सहयोगियों को संबोधित करते हुए श्री जिबेश कुमार ने आश्वस्त किया कि आपके फाउंडेशन जो कि देश भर में नेक काम कर रहा है, इसके माध्यम से अगर हमें बाल श्रम पर रोकथाम की दिशा में कुछ विशेष पहल करने की जरूरत होगी या फिर कुछ विशेष सार्थक सुझाव आता है तो बिहार सरकार का श्रम विभाग इस पर जरूर अमल करेंगे और बाल श्रमिकों के पुनर्वास के लिए भी जरूरी कदम उठाएंगे।