जीवन के लिए हितकारी, मूल्यनिहित और सद्भावपूर्ण हो मकर संक्रांति- भूपेंद्र यादव
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह त्योहार पूरे भारत में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। संक्रांति का यह अवसर कहीं बिहू, कहीं पोंगल, कहीं खिचड़ी तो कहीं लोहिड़ी के नाम से ऋतुओं के परिवर्तन से जुड़े हुए पर्व के रूप में मनाया जाता है।
वैसे संक्रांति का संबंध सिर्फ ऋतुओं के परिवर्तन से भर नहीं है बल्कि इससे पृथ्वी और सूर्य की स्थिति में भी परिवर्तन आता है। प्रकृति में मौजूद हर चीज परस्पर किसी ने किसी रूप में संबद्ध है। हम सब भी कहीं न कहीं अपने वातावरण से बंधे हुए हैं। ऐसे में सूर्य की स्थिति तथा ऊर्जा का प्रभाव हमारे जीवन में अनेक रूपों में पड़ता रहता है। ऐसे परिवर्तनों में हमारे अन्दर सकारात्मक बदलावों की प्रेरणा भी निहित होती है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने जन्म से लेकर उम्र के शीर्ष पड़ाव तक लगातार परिवर्तन की यात्रा से गुजरता है। ऐसे में हमें कई अनुभवों से रूबरू होना पड़ता है। कभी हम अनुभवों से सीखते हुए आगे बढ़ते हैं तो कभी गलतियों को दोहराते भी हैं। किंतु समझने वाली बात यह है कि परिवर्तन जीवन में आते ही इसलिए हैं कि हम अपने पुराने अनुभवों से सीखें और आगे बढ़ें। सीखने की प्रक्रिया में कई बार हमें कुछ चीजें छोड़नी होती हैं तो कुछ नए अभ्यास अपनाने होते हैं।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि देश और समाज के लिहाज से अगर परिवर्तनों का अवलोकन करें तो पिछले छह सालों में देश के राजनीतिक वातावरण में भी बहुत परिवर्तन आया है। इस परिवर्तन से एक नई राजनीतिक संस्कृति चलन में आई है जो सुशासन पर आधारित है। बदलाव का ही परिणाम है कि नीति, नियमों और योजनाओं में जनता की भागीदारी बढ़ी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक परिवर्तन देश व समाज के हित में साबित हो रहे हैं। गत वर्षों में सरकार और जनता के बीच संवाद की संस्कृति अधिक सुगम और सरल हुई है। सहमति का वातावरण भी बेहतर हुआ है। लेकिन विपक्ष ने शायद यह तय कर रखा है कि वे संकीर्ण मुद्दों को लेकर सरकार के अतार्किक विरोध की मानसिकता से बाहर नहीं आना चाहते।
मेरा मत है कि उनके मन में भी परिवर्तन आना चाहिए। सरकार के सुशासन और संवाद के साथ हम आगे बढ़ें, देश आगे बढ़े, इसे हमें मकर संक्रांति के उद्देश्य के रूप में अपनाना चाहिए। मकर संक्रांति हमारे जीवन के लिए हितकारी, मूल्यनिहित और सद्भावपूर्ण हो।