नवादा : सोमवार को जिला पदाधिकारी यश पाल मीणा की अध्यक्षता में समाहरणालय कार्यालय कक्ष में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति एवं जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने रवि मौसम के लिए उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने का जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया।
जिला कृषि पदाधिकारी अरविन्द झा द्वारा बताया गया कि जिले भर में उर्वरक की 425 दुकानें हैं, जिसमें से 40 उर्वरक दुकानों की जांच की गयी है। 17 उर्वरक की दुकानें रद्द की गयी हैं। जिला पदाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए कहा कि जिले भर में 425 उर्वरक दुकानों से अवगत होने के लिए कृषि कार्यालय से कॉल सेंटर बनाकर सभी दुकानदारों से दूरभाष पर बात की जाय। उर्वरकों की दुकान खोलने के बारे में पूछा जाय साथ ही बिना किसी ठोस कारण के उर्वरक की दुकानें बंद पायी जाती है तो उस दुकानदार पर कड़ी कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि उर्वरक की सभी दुकानें ससमय खोलने पर ही किसान भाई किसी भी दुकान से उर्वरक की खरीद कर सकते हैं।
विस्कोमान के रेंज ऑफिसर द्वारा बताया गया कि उर्वरक का रैक दो दिन में आ जायेगा उसके उपरांत उर्वरक की बिक्री शुरू हो जायेगी। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पराली जलाने वाले 09 किसानों पर संज्ञान लेते हुए उनके निबंधन रद्द कर दी गयी है। उनको सरकारी सभी लाभों से वंचित कर दिया गया है।
जिले भर में खेतों के मिट्टी की जांच की जा रही है जिसपर संज्ञान लेते हुए जिला पदाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि व्यवसायी फसल की दृष्टि से वैकल्पिक खेती के रूप में किसानों को प्रोत्साहन देने की बात कही। अनानास, स्ट्रॉबेरी, पपीता, ड्राइगन फ्रूट, ड्रमस्टीक, हैन्डलूम के लिए कूकून का डेमो यूनिट तैयार करें। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर दो-तीन किसानों को व्यवसायी कृषी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाय ताकि जिले का किसान गेहूं और धान की खेती पर ही निर्भर न रहे। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक फसलों का उन्नत खेती कर किसानों को फायदा पहुंचाया जा सकता है। किसानों को नयी तकनीक का उपकरण उपलब्ध कराने के उद्श्य से संबंधित पदाधिकारी को उन्होंने निर्देश दिया।
माइनर एरिगेसन को निर्देश दिया गमत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि किये जा रहे विभागीय कार्य प्रगति का स्थलीय जांच, फोटोग्राफ्स उपलब्ध करायें। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति एवं महिला लाभुकों को दिये जाने वाले मत्स्य विभाग द्वारा लाभ का भी विस्तृत रिपोर्ट भेजें। या कि जिले भर में चल रहे विभागीय उपलब्धि का रिपोर्ट खाता खेसरा के साथ भेजें।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ0 एन0के0 उपाध्याय के द्वारा बताया गया कि जिले भर में बर्ड फ्लू से संबंधित कोई मामले नहीं आये हैं। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि बर्ड फ्लू के अफवाहों से बचें। बर्ड फ्लू की शंका मिलते ही लोगों तक सूचना पहुंचायी जायेगी। ऐसे खतरनाक बीमारियों से निपटने के लिए विभाग सदैव तत्पर है। डेयरी डेवलपमेंट पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि विभागीय योजनाओं को धरातल पर उतारें ताकि लोगों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाया जा सके।
इस अवसर पर जल संसाधन विभाग की भी समीक्षा की गयी। वे ई-किसान भवन की स्थिति से भी अवगत हुए। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी विभाग के पदाधिकारी अपने-अपने विभागीय प्रगति रिपोर्ट का फोटोग्राफ्स एवं वीडियो के साथ समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। इस अवसर पर माननीय विधायक वारिसलीगंज श्रीमती अरूणा देवी, आरजेडी विधायक जनप्रतिनिधि महेन्द्र यादव, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर उमेश कुमार भारती, जिला कृषि पदाधिकारी अरविन्द झा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, आत्मा, लघु सिंचाई, विस्कोमान, मत्स्य, पशुपालन आदि विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।