पटना : नए किसान कानून पर किसानों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि जिस किसान कानून से किसानों को नए बाजार मिलेंगे, जो कानून उनकी आय दुगनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, आज कुछ किसान उस पर गलतफहमी के शिकार हैं तो उसकी वजह सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस का राजनीतिक स्वार्थ है।
पंजाब चुनाव में महज चंद वोट बिटोरने के लिए इन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को किसानों को गुमराह करने के एकसूत्री एजेंडे पर लगा दिया है। इन्हें पता है कि विकास के नाम पर यह भाजपा के बराबर खड़े होने का सोच भी नहीं सकते, इसीलिए यह झूठ बोलकर वोटों की खेती करने के प्रयास में लगे हुए हैं।
कांग्रेस से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि अगर यह कानून गलत हैं तो उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में जारी अपने घोषणापत्र में एपीएमसी एक्ट को हटाने का वादा क्यों किया था। क्यों 2012 में कपिल सिब्बल संसद में इन सुधारों की पैरवी कर रहे थे? क्यों 2013 में कांग्रेस ने अपने शासित राज्यों को इन सुधारों को लागू करने के लिए कहा था? वे बताएं कि कृषि मंत्री रहते हुए शरद पवार ने इसी सन्दर्भ में सभी राज्यों को चिट्ठी लिखी थी?
राजीव रंजन ने कहा कि दरअसल कांग्रेस यह चाहती ही नहीं कि किसान कभी आत्मनिर्भर बनें। वे चाहते हैं कि किसान हमेशा गरीब रहें और उनपर आश्रित रहें, जिससे उन्हें गरीबी हटाने का झुनझुना थमा कर, वोट हासिल किए जा सकें। कांग्रेस यह जान ले कि देश उनका खेल समझ चुका है और इसीलिए इन कानूनों के समर्थन में अब लोग मुखर होने लगे हैं। किसानों को गरीब बनाये रखने का उनका गंदा खेल देश कभी कामयाब नहीं होने देगा।