पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कमिटी का विस्तार करते हुए पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश कमिटी में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस क्रम में जदयू से बगावत कर तेजस्वी को सीएम बनाने की मकसद से राजद में शामिल हुए श्याम राजक को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके आलावा विधायक भूदेव चौधरी एवं पूर्व विधान पार्षद प्रेम कुमार मणि को पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
बता दें कि श्याम रजक जब जदयू में थे तो राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश सरकार में मंत्री थे, लेकिन पाला बदलने के साथ श्याम को राजद में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया।
श्याम रजक का पार्टी बदलने का रिवाज कोई नया या पहली दफा नहीं है। इससे पहले भी वे वर्ष 2009 में राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे। इसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें 2010 में विधायक चुने जाने के बाद मंत्री बनाया था। इसके बाद 2015 में जब जदयू राजद के साथ गठबंधन किया था तो उस वर्ष यानी 2015 में श्याम रजक को मंत्री नहीं बनाया गया था।
इसके पीछे यह कारण बताया जाता है कि लालू यादव पार्टी बदलने को लेकर रजक से निराश थे। क्योंकि लालू श्याम रजक को काफी मानते थे। लेकिन, रजक ने लालू को धोखा देते हुए जदयू में शामिल हो गए थे! इसी अपमान का बदला लेने के लिए लालू ने 2015 में उन्हें मंत्री नहीं बनाया था!
क्षेत्रीय राजनीति में जाति को लेकर प्रमुखता से राजनीति होने के कारण श्याम रजक दलित चेहरे के रूप में क्षेत्रीय पार्टियों के लिए स्वीकार्य नेता हैं। इसलिए एक बार पुनः श्याम रजक नीतीश कुमार को छोड़कर लालू यादव के घर हैं।