11 दिसंबर : सारण की मुख्य खबरें

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छपरा क्रिकेट अकेडमी ने PN सिंह क्रिकेट अकेडमी को 10 रनों से हराया

छपरा : राजेन्द्र स्टेडियम छपरा में चल रहे सारण जिला गुरूकुल कप क्रिकेट लीग प्रतियोगिता में आज छपरा क्रिकेट अकेडमी ने PN सिंह क्रिकेट अकेडमी को 10 रनों से हराया टॉस जीतकर पहले बलेबाज़ी करते हुए छपरा क्रिकेट अकेडमी 25 ओवर में 9 विकेट के खोकर 127 रनों का स्कोर खड़ा किया। जिसमे हर्ष राज 37 ताबिस इकबाल 36 राजन 11 बबलू 11 रनों का योगदान दिया PN सिंह क्रिकेट अकेडमी गेंदबाज़ी करते हुए महेंद्र 3 विवेक 2 विकेट प्राप्त किए।

जवाब में खेलते हुए PN सिंह क्रिकेट अकेडमी 25 ओवर में 117 रन ही बना सकी जिसमे अभिनंदन 50 रौशन 42 रनों का योगदान दिया : छपरा क्रिकेट अकेडमी गेंदबाज़ी करते हुए रौशन 3 और ताबिस इकबाल 3 विकेट लिए: ताबिस् इकबाल बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 36 रन बनाये और 3 विकेट भी लिए और मैन ऑफ द मैच बने ईस मौके पर संजय सिंह चन्दन शर्मा विभूति नारायण शर्मा सुनील सिंह केशर अनवर अजय शर्मा रासिद् सेख सचिन पांडे प्रियांशु सिंह थे।

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मीरपुर जुअरा गांव के लोगों ने किया एकजुटा व जागरूकता का उदाहरण पेश

छपरा : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था। सभी लोग अपने-अपने घरों में थे। जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से बढ़ रहा था। लोगों में एक अलग डर कायम था। जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर गड़खा प्रखंड के मीरपुर जुअरा गांव के लोगों की एकजुटा व जागरूकता ने एक सकरात्मक उदाहरण पेश किया है। लोगों की जागरूकता इस कदर है कि इस गांव अब तक एक भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। करीब 3 हजार से अधिक के आबादी वाले इस गांव में लोगों ने साबित कर दिया है कि कोरोना से बचना है तो सावधानी सर्तकर्ता बेहद जरूरी है। उसी का परिणाम है कि इस गांव का कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है।

लोगों ने पूरी गांव का कर दिया था घेराबंदी:

जब कोरोना संक्रमण अपना रौद्र रूप दिखा रहा था और देश में लॉकडाउन लागू किया गया था। तब यहां के लोगों ने अपने गांव में अलग से लॉकडाउन लगाया था। गांव के मुख्य सड़क को बांस-बल्ले से घेराबंदी कर बाहरी लोगों की आवागमन पर रोक लगा दी थी। ताकि कोई भी व्यक्ति इस गांव में प्रवेश न कर सके और कोरोना संक्रमण से पूरा गांव सुरक्षित रह सके। लोगों की मेहनत, जारूकता एवं एकजुटता ने इस गांव को अब संक्रमण से दूर रखा है। लोगों का कहना है कि आगे भी कोरोना से बचाव के लिए जारी नियमों का पालन करते रहेंगे।

किसी ने खेत में तो किसी ने मठिया में रहकर क्वारेंटाइन अवधि को किया पूरा:

जब लॉकडाउन हुआ तो हर किसी की मंजिल थी कि किसी तरह अपने घर पहुंचे। किसी तरह मजदूर पैदल चलकर अपने घर भी पहुंचे लेकिन कोरोना के डर से पास होकर भी अपने परिवार के लोगों से दूर रहना ही मुनासिब समझा। बाहर से आने वाले व्यक्तियों में किसी ने खेत में मचान बनाकर, तो किसी ने गांव के बाहर मठिया में रहकर क्वारेंटाइन अवधि को पूरा किया। इस गांव में आने वाले हर किसी ने नियमों का पालन किया। जिनके घर में होम क्वारेंटाइन की सुविधा थी, वे लोग भी सख्ती से नियमों का पालन किये और पूरा गांव को सुरक्षित रखने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन किया।

मैं 21 दिनों तक होम क्वारेंटाइन रहा:

“जब देश में लॉकडाउन लागू हुआ तो मेरा काम भी बंद हो गया। फिर मैं दिल्ली से किसी तरह अपने गांव आया। गांव आने के बाद मैंने नियमों का पालन करते हुए 21 दिनों तक होम क्वारेंटाइन की अवधि को पूरा किया। अब में घर पर खेती-बारी का काम कर रहा हूं”।

बबलू कुमार उपाध्याय, मीरपुर जुअरा

जागरूक करना हम सबकी जिम्मेदारी:

“कोरोना की लड़ाई में पूरा देश एक जुट है ऐसे में एक जनप्रतिनिधि होने के नाता मैं हमेशा लोगों को जागरूक करते रहता हूं। जागरूकता का बेहतर उदाहरण हमारा गांव है। इससे यह साबित होता है कि जागरूकता हीं बचाव का बेहतर उपाय है”।

उमाशंकर राय, पूर्व उपमुखिया, मीरपुर जुअरा, सारण

हमारा गांव पीएम मोदी के अपील को किया स्वीकार:

“कोरोना से बचाव के लिए लगातार सरकार प्रयास किया जा रहा है। पीएम मोदी के द्वारा भी लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है। हमारे गांव के लोगों ने प्रधानमंत्री के अपील को स्वीकार किया है”।

टुनेश्वर सिंह, सेनावृति, बीएसएफ जवान

हमेशा जागरूकता पाठ पढ़ाना हमारा कर्तव्य:

“एक शिक्षक होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करें। मैं अपने आस-पास के लोगों को हमेश जागरूक करती हूं और खुद जब भी घर से बाहर जाती हूं तो नियमो का पालन करती हूं”।

करूणा सिंह, शिक्षिका

जरूरत न हो तो घर की दहलीज को पार न करें:

“कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। ऐसे में बिना आवश्यक कार्य के घर की दहलीज को पार न करें। इससे हम खुद व हमारा समाज सुरक्षित रहेगा”

फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया द्वारा किया गया रक्तदान शिविर का आयोजन

छपरा : ब्लड बैंक में खून की कमी को देखते हुए युवाओं की सामाजिक टीम फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया द्वारा ग्लोमैक लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से सदर अस्पताल छपरा के ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में दर्जनों युवाओं ने रक्तदान किया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ टीम का सक्रिय सदस्य मक्केश्वर पंडित ने रक्तदान कर किया और कहा कि रक्तदान है।

प्राणी पूजा इसके जैसा दान न दूजा वही टीम के सक्रिय सदस्य सनी सुमन ने पहली बार रक्तदान कर अपने झिझक को दूर किया और कहा कि रक्तदान कर जो खुशी मिल रही है। वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, वही टीम के सक्रिय सदस्य रूपेश निषाद ने रक्तदान कर कहां कि मेरे रक्त से किसी की जिंदगी वापस आएगी।यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है वहीं शिक्षक जीवेश सिंह ने रक्तदान कर कहा कि रक्तदान महादान है इससे बड़ा कोई दान नहीं है वही साक्षी यादव ने रक्तदान कर कहा कि किसी की राखी तो किसी की सिंदूर है।

रक्तदान वही टीम के सक्रिय सदस्य अरुण दुबे ने रक्तदान कर कहा कि रक्तदान जीवनदान है वहीं अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर प्लेयर शिव कुमार सिंह ने रक्तदान कर कहा कि रक्तदान करना हम सभी युवाओं के लिए जिम्मेदारी है वही वेटलिफ्टर प्लेयर संजीत कुमार सिंह ने रक्तदान कर कहा कि मेरे रक्तदान से किसी जरूरतमंद को नहीं जिंदगी मिलेगी यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है मौके पर संस्था अध्यक्ष मंटू कुमार यादव ने कहा कि फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया विगत 4 वर्षों से छपरा ब्लड बैंक में रक्त की कमी को पूर्ति करने हेतु हमेशा रक्तदान शिविर आयोजित करते आ रहा है शिविर के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है मौके पर पिंकी सक्रिय सदस्य रचना पर्वत संजीव चौधरी क्षमा महावीर प्रसाद विवेक कुमार विकास कुमार दुबे आदि सदस्य मौजूद थे ।

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