स्कूल खोलने की मांग को ले संचालकों व शिक्षकों ने दिया धरना
मधुबनी : जिला समाहरणालय के पास प्राइवेट स्कूल एन्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद के आह्वन पर जिलाध्यक्ष देवानंद झा की अध्यक्षता एवं उपाध्यक्ष ब्रह्मदेव यादव के संचालन में निजी स्कूल को स्पेशल पैकेज देने, RTE के राशि का भुगतान, बिजली बिल, विभिन्न प्रकार के ट्रांसपोर्ट टैक्स व अविलंब स्कूल खोलने की घोषणा सहित आठ सूत्री मांग को लेकर 250 से अधिक निजी स्कूल के संचालकों और शिक्षकों ने एकदिवसीय सत्याग्रह व धरना दिया!
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष देवानंद झा ने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने वाले निजी स्कूल लगातार 9 महीने से बंद पड़ा है, जबकि माॅल, जिम, दुकान, हाट-बजार आदि को खोल दिया गया है। राजनीतिक दलों का कार्यक्रम भीड़-भाड़ के साथ हो रहा है, विगत चुनाव में रैली पर रैली हुआ, तो विद्यालय को क्यों बंद कर रखा गया है। जबकि, निजी स्कूल कोरोना को लेकर सरकार के सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए विद्यालय संचालन को तैयार है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और सुरक्षा दोनों जरुरी है।
सभा को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष ब्रह्मदेव यादव ने कहा कि 80% छात्रों का भविष्य निजी स्कूलो पर निर्भर है, सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर तुली है, अब तो अभिभावक का भी स्कूल खोलने को लेकर संचालक पर दबाव बढ़ने लगा है। निजी विद्यालय में कार्यरत् शिक्षक तथा कर्मी भारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। शिक्षक अन्य कार्य के खोज में लगने लगे हैं। क्योंकि, उनके परिवार को भुखमरी का सामना करना पर रह हैं।
सचिव गुड्डू सिंह ने कहा कि वर्षों से विद्यालय में काम करने वाले शिक्षक सड़क पर आ गये हैं, विद्यालय प्रबंधन और शिक्षक आर्थिक संकट के चलते तनाव का शिकार हो गये हैं। सरकार अविलंब विद्यालय खोलने का आदेश निर्गत करे, अन्यथा बड़े आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे।
संरक्षक एस0एन0लाल ने कहा कि सरकार समय-समय पर निजी स्कूल से मानव श्रंखला,परीक्षा, चुनावी कार्य में सहयोग लेती है, पर निजी स्कूल को सहयोग के बजाय उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, सरकार को लाखों परिवार के जीवन-यापन को ध्यान में रखते हुए अब तुरंत स्कूल खोल देना चाहिए।