आर्द्रता के कारण धान खरीदने से कतरा रहे पैक्स अध्यक्ष

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– पैक्स अध्यक्षों ने बैठक कर सरकार से पुराना बकाया भुगतान करने की मांग की

नवादा : बिहार सरकार द्वारा किसानों से धान खरीदने की तिथि के 15 दिनों बाद भी प्रखंड के एक भी पैक्स धान खरीद कार्य शुरू नहीं किया है। पैक्स अध्यक्षों के अनुसार धान में अत्यधिक नमी रहने के कारण खरीद से पैक्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए किसानों का धान खरीद पाना संभव नहीं हो पा रहा है।

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जिले में धान अधिप्राप्ति की देखरेख में लगे नोडल पदाधिकारी संतोष कुमार झा के नेतृत्व में कार्यालय में पैक्स अध्यक्षों के साथ बैठक कर किसानों से धान खरीदने का कार्य जल्द शुरू करने को कहा गया। जिस पर उपस्थित पैक्स अध्यक्षों ने कहा कि धान में अभी 24 से 25 फीसदी नमी मौजूद है। जबकि धान खरीदने के लिए सरकार द्वारा तय किया गया नमी 17 फीसदी है। धान में अत्यधिक नमी रहने के कारण पैक्स अध्यक्षों को धान खरीद कर चावल बना कर देने में घाटा हो सकता है।

बैठक में उपस्थित पैक्स अध्यक्षों ने अधिकारियों को बताया कि केंद्रीय सहकारी बैंक नवादा में समिति का लाखों रुपया बचत खाता समिति में जमा है। जबकि यह राशि समिति को मिल जानी चाहिए थी। बताया गया कि धान खरीद के तुरंत बाद किसान रुपया चाहते हैं। जबकि महीनों बीत जाने पर समिति को सरकार के द्वारा आवंटन किया जाता है। जिस कारण किसान पैक्स के बजाय बिचौलियों के हाथों धान बेचना ज्यादा पसंद करते हैं। बैठक में उपस्थित पैक्स अध्यक्षों ने बचत खाता में जमा राशि से धान अधिप्राप्ति करने का आदेश देने के संबंध में जिलाधिकारी को आवेदन दिया है।

मौके पर प्रखंड विकास अधिकारी सत्यनारायण पंडित, पैक्स अध्यक्ष कौशल किशोर सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, अरुण कुमार, शीतल प्रसाद ,बढ़न रविदास, सुरेंद्र प्रसाद, ब्रह्मदेव प्रसाद, कमलेश कुमार, निरंजन कुमार कामदेव सिंह, कृष्ण नंदन सिंह, नवल किशोर सिंह, शिव कुमार प्रसाद, मनोज प्रसाद आदि उपस्थित थे। जानकारी के अनुसार सभी पैक्स अध्यक्षों को किसानों का धान दो लॉट में खरीदने के लिए समुचित राशि पैक्स अध्यक्षों के खाते में उपलब्ध करवा दी गई है।

धान बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने नहीं पहुंच रहे किसान :-

सरकार द्वारा खोले गए धान क्रय केंद्र में धान बेचने के लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है। जिसके लिए एक महीना से ऑनलाइन साइट उपलब्ध है। बावजूद जिले के किसान क्रय केंद्र में धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। यही कारण है कि एक महीना से हो रहे रजिस्ट्रेशन में मात्र 542 किसानों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। यह जानकारी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने दी। बता दें कि पिछले साल धान बेचने के लिए किसानों द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। लेकिन अधिकारियों और पैक्स अध्यक्षों की मनमानी के कारण धान की मामूली खरीदारी कर खानापूर्ति की गई थी और किसानों के घर में रखा हुआ रजिस्ट्रेशन धरा का धरा रह गया था।

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