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तीनों किसान विरोधी कानून रद्द करें केन्द्र सरकार:- महागठबंधन

  • आन्दोलनकारी किसानों पर दमन करना बंद करें मोदी सरकार

दरभंगा : तीनों किसान विरोधी कानून को रद्द करने, आंदोलनकारी किसान पर दमन बन्द करने, धान की खरीद करने, बन्द पड़े नलकूप को चालू करने की मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा, भाकपा(माले) और राजद के राज्यव्यापी आहवान पर दरभंगा महागठबंधन के नेतृत्व मे दरभंगा क्लब लहेरियासराय से विरोध मार्च निकाला गया। मार्च का नेतृत्व भाकपा(माले) के जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, पूर्व विधायक अमरनाथ गमी, राजद के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश खेरिया, राजद के जिलाध्यक्ष रामनरेश यादव, माले के वरिष्ठ नेता आर के सहनी ने किया। विरोध मार्च क्लब से चलकर कमिशनरी, आइजी कार्यालय, समाहरणालय होते हुए लहेरियासराय टावर होते हुए पुनः क्लब पर पहुंच कर सभा मे तब्दील हो गया।मार्च मे शामिल सैकड़ों लोगों ने देश है।

किसानों का, मोदी की जागीर नही, न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने, समय पर धान की खरीद क्यों नही नीतीश सरकार जबाव दो, किसान के संघर्ष जिन्दाबाद आदि नारे लगा रहे थे। वही अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष शिवन यादव और राजद के जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद यादव के संयुक्त अध्यक्षता मे आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि तीनों किसान कानून के लागु होने से किसानों के अधिकार कृषि उत्पादन समिति धीरे धीरे समाप्त मंडी को खत्म कर दिया जाएगा और फिर से निजी कम्पनियों को बढ़ावा मिलेगा। यह कानून किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बना देगा और भारतीय अर्थव्यवस्था को पूंजीपतियों के अधीन कर देगा।

वक्ताओं ने आगे कहा कि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग से कृषि उत्पादन पर कॉरपोरेट घरानों के एकाधिकार हो जाएगा और वह अपने हिसाब से मूल्य का निर्धारण करेगा। कम्पनी के खिलाफ किसान अपीलीय प्राधिकार से sdm से ऊपर नही जा सकते हैं। आगे वक्ताओं ने कहा कि इस कानून मे आवश्यक वस्तु अधिनियम समाप्त कर दिया जाएगा जिससे भंडारण एवं कालाबजारी को खुली छुट मिल जाएगी। इसके कारण उपभोक्ता वस्तुओं के मूल्य में बेतहासा वृद्धि होगी और हर वस्तु महंगी होगी और आम लोग महंगाई से परेशान हो जाएगा।

सभा को भाकपा(माले) के देवेंद्र कुमार, किसान नेता रोहित सिंह, धर्मेश यादव, प्रवीण यादव, घनशयाम दस, मो जमाउद्दीन, कामेश्वर पासवान, डॉ उमेश प्रसाद साह, राजेन्द्र राम, नन्दलाल ठाकुर, सुनीता देवी, विनोद यादव, सदीक भारती, राजद से गंगाराम गोप, गंगाराम यादव, यासमीन खातुन, किशोर कुमार प्रजापति, अमित सहनी, विष्णुचन्द्र पप्पू, बिमलेश यादव, प्रकाश कुमार ज्योति, राकेश नायक, दसरथ यादव,एहसान अहमद, सुभाष महतो, राजा पासवान, पिंकी देवी, भोलू यादव, सचिन राम, वर्जनन्दन यादव, रमेश यादव,महेंद्र यादव, छोटन कुरैशी, मो निजामउद्दीन, गगन यादव, रामचंद्र यादव, रामनरेश यादव, सीताराम यादव आदि ने सम्बंधित किया। सभा के अंत मे वक्ताओं ने देश मे चल रहे किसान आंदोलन पर चल रहे मोदी सरकार के दमन के खिलाफ निंदा प्रस्ताव विधानसभा से पारित करने की मांग नीतीश सरकार से किया।