पिता पीयू के वीसी तो बेटा ABVP का सचिव, ऐसा है नड्डा का राजनीतिक सफर
पटना: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा काआज 60वां जन्मदिन है। नड्डा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी को जन्मदिन की ढेरों बधाई। उनके कुशल और प्रेरक नेतृत्व में पार्टी निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रही है। मेरी कामना है कि वे सदा स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों।
राजनाथ सिंह ने नड्डा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी को उनके जन्मदिन पर बधाई। वह एक मेहनती नेता है जो अपने उत्कृष्ट संगठनात्मक कौशल के लिए भी जाना जाता है। देश के हर हिस्से में पार्टी को मजबूत करने के प्रति उनका जुनून वास्तव में प्रेरणादायक है। उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना की।
गृहमंत्री अमित शाह, नड्डा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा जी को जन्मदिन की हृदयपूर्वक शुभकामनाएँ। आपके नेतृत्व में पार्टी निरंतर सशक्त होकर आगे बढ़ रही है। मैं ईश्वर से आपके स्वास्थ्यपूर्ण जीवन व दीर्घायु की कामना करता हूँ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नड्डा को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना है।
कौन हैं नड्डा?
नड्डा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 2 दिसंबर 1960 को हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा पटना के संत जेवियर में और पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान से स्नातक की पढ़ाई किये। उस समय उनके पिता नारायण लाल नड्डा पटना विश्वविद्यालय के कुलपति थे। नड्डा जब किशोरावस्था में थे तो उस समय बिहार में छात्र आंदोलन दौर था। उसी समय नड्डा भी इस आंदोलन से जुड़े और छात्र राजनीति में अपना कदम रखा।
इसके बाद नड्डा आगे की पढ़ाई के लिए अपने गृहराज्य हिमाचल प्रदेश चले गये। वहां से उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की और उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में पहली बार छात्रसंघ का चुनाव हुआ और नड्डा 1983-1984 में हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद 1986 से 1989 तक नड्डा विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव रहे, 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
1993 में हिमाचल के बिलासपुर से वो पहली बार विधानसभा के चुनाव जीते और विपक्ष के नेता बने, फिर 1998 में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद नड्डा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बने और 2007 में बिलासपुर से विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद नड्डा को वन और संसदीय मामले के मंत्री बनाया गया। लेकिन, 2010 में हिमाचल के मुख्यमंत्री धूमल से मतभेद होने के बाद नड्डा को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
लेकिन, तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने नड्डा के संगठन क्षमता और कुशल कार्यशैली को देखते हुए प्रदेश की राजनीति से बाहर निकालकर राष्ट्रीय राजनीति में जगह दी और भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। उसके बाद जब राजनाथ सिंह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने भी नड्डा को राष्ट्रीय महासचिव बनाया।
2012 में नड्डा को हिमाचल से राज्यसभा का सदस्य बनाया गया और मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। 2019 के आम चुनाव में दुबारा भाजपा को सत्ता मिलने के बाद जब मंत्रिमंडल का गठन हुआ और नड्डा को मंत्री नहीं बनाया गया तभी यह तय हो गया था कि नड्डा को भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा।
इसके बाद 20 जनवरी 2020 को नड्डा को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। नड्डा भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।