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सुमो ने लालू को हड़काया, कहा- गंदा खेल बंद करें

पटना : विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले बिहार की सियासत ठंड के मौसम में भी गर्म हो गई है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चारा घोटाले के जुर्म में रांची जेल में सजा काट रहे लालू यादव को फोन लगा दिया। सुशील मोदी के अनुसार इत्तेफाक की बात ये रही कि उनका कॉल खुद सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव ने रिसिव किया इनके मुताबिक लालू यादव के पास मोबाइल था।

दरसअल सुशील कुमार मोदी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि “लालू यादव रांची से एक मोबाइल नंबर 8051216302 से लगातार एनडीए विधायकों को फोन कर रहे हैं और उन्हें मंत्री बनाने का प्रलोभन दे रहे हैं। मैंने इस नंबर पर कॉल किया तो लालू प्रसाद यादव ने खुद फोन रिसीव किया। मैंने उनसे कहा कि जेल से ये गंदा खेल करना बंद कर दें, वे कभी सफल नहीं होने वाले हैं।“

मालूम हो कि जेल मैनुअल के अनुसार कोई भी व्यक्ति किसी भी पूर्व में किसी भी पोस्ट पर क्यों न रहा हो पर वह सजायाफ्ता है और जेल में अपनी सजा काट रहा हो तो वह निजी फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। लेकिन सुशील मोदी के इन बातों से लालू यादव जेल मैनुअल का सीधा सीधा उल्लंघन कर रहे हैं। हालांकि लालू यादव को लेकर पहले भी ऐसी बातें सामने आती रही है कि वह जेल मैनुअल का उल्लंघन करते हैं।

विधानसभा अध्यक्ष के लिए पक्ष -विपक्ष दोनों ने उतारे अपने उम्मीदवार

मालूम हो कि बिहार में विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव होने हैं जिसमें सत्ता पक्ष या विपक्ष दोनों ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हालांकि इस पद को लेकर एक पुरानी मिथक यह रही है कि विधानसभा अध्यक्ष उन्हीं का होता है जिनकी राज्य में सरकार है। इस लिहाज से देखें तो बिहार में इंडिया के पास 125 विधायक है। वहीं महागठबंधन के पास कुल 109 जीते हुए विधायक हैं और अब लालू यादव उन विधायकों को फोन कर रहे हैं जो दूसरे दल में शामिल हो सकते हैं। लालू यादव द्वारा इन विधायकों को फोन कर मंत्री बनाने का प्रलोभन भी दिया जा रहा है। जिसके बाद इसकी भनक सुशील मोदी को लगी तो उन्होंने उसी नंबर पर फोन कर लालू यादव को फोन कर ऐसा ना करने का सख्त हिदायत दिया है।

पूराने रंग में लौटे सुमो

गौरतलब है कि अब इस बयानबाजी में कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ ये तो जांच का विषय है लेकिन एक बात तो साफ है कि सुशील मोदी का लालू परिवार पर हमला करने और खुलासा करने का पुराना रिकॉर्ड रहा है और एक बार फिर से वह अपने पुराने रंग में लौट आए हैं।