क्रियासिद्धि: सत्वेभवति महताम् नोपकरणे- पीएम मोदी

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दिल्ली: सांसदों के लिए बहुमंजिला फ्लैटों के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सांसदों के लिए पिछले साल नॉर्थ ऐवेन्यु के घर बनकर तैयार हुए थे और आज बीडी रोड पर भी ये तीन टावर आवंटन के लिए तैयार हैं। मेरी कामना है कि गंगा, यमुना और सस्वती, इन तीन टावरों का संगम, इसमें रहने वाले जनप्रतिनिधियों को हमेशा स्वस्थ रखे, कार्यरत रखे ओर संतोषी बनाये।

इस मौके पर पीएम ने कहा कि हमारी संसद की ये जो ऊर्जा बढ़ी है,इसके पीछे एक और बड़ा कारण है। इसकी भी शुरुआत एक तरह से 2014 से शुरूहुई है। तब देश एक नई दिशा की तरफ बढ़ना चाहता था, बदलाव चाहता था और इसलिए उस समय देश की संसद में 300 से ज्यादा MPs, first time चुनकर पहुंचे थे और मैं भी पहली बार आने वालो में से एक था। इस 17वीं लोकसभा में भी 260 सांसद ऐसे हैं जो पहली बार चुनकर पहुंचे हैं। यानी कि इस बार 400 से ज्यादा सांसद ऐसे हैं जो या तो पहली बार चुनकर के आए हैं या फिर दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। इतना ही नहीं,17वीं लोकसभा के नाम सबसे ज्यादा महिला सांसदों को चुनकर भेजने का record भी दर्ज है। देश की ये युवा सोच, ये नया मिजाज संसद की संरचना में भी दिखाई देता है।

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यही कारण है कि आज देश की कार्य प्रणाली में, गवर्नेंस में एक नई सोच और नया तौर तरीका दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि देश की संसद आज एक नए भारत के लिए कदम बढ़ा रही है, बहुत तेजी के साथ फैसले ले रही है।पिछली 16वीं लोकसभा ने पहले की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा bills पास किए। 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में तय समय से 135 प्रतिशत काम हुआ। राज्यसभा ने भी शत प्रतिशत काम किया। ये performance पिछले दो दशकों में सबसे ज्यादा है। पिछली सर्दियों में भी लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 110 प्रतिशत से ज्यादा रही है।

पीएम ने कहा कि संसद की इस productivity में आप सभी सांसदों ने products और process दोनोंका ही ध्यान रखा है। हमारी लोकसभा और राज्यसभा, दोनों के ही सांसदों ने इस दिशा में एक नई ऊंचाई हासिल की है और निश्चित तौर पर इसमें उन सांसदों का भी योगदान है जो अब सदन का हिस्सा नहीं हैं। आप देखिए, हमने कितना कुछ हासिल किया है। साथ मिलकर कितना कुछ नया किया है। सिर्फ बीते एक डेढ़ वर्षों की बात करें तो, देश ने किसानों को बिचौलियों के चंगुल से आज़ाद करने का काम किया है। देश ने ऐतिहासिक लेबर reforms किए हैं, कामगारों के हितों को सुरक्षित किया है। देश ने जम्मू कश्मीर के लोगों को भी विकास की मुख्यधारा और अनेक कानूनों से जोड़ने का काम किया है। पहली बार जम्मू कश्मीर में अब करप्शन के खिलाफ काम हो सके ऐसे कानून बन पाए हैं।

देश ने महिलाओं को तीन तलाक जैसी सामाजिक कुरीतियों से भी आजादी दी है।

इससे और पहले की बात करें तो, मासूम बच्चियों से बलात्कार करने वालों के लिए मृत्युदंड का प्रावधान भी इसी दौरान किया गया है। आधुनिक अर्थव्यवस्था के लिए GST, Insolvency और Bankruptcy Code जैसे कितने ही बड़े बड़े निर्णय हुए हैं। इसी तरह, भारत की जो संवेदनशील पहचान रही है, उस commitment को पूरा करते हुए हम सबने मिलकर नागरिकता संशोधन कानून भी पास किया है। हमारे ये काम, ये सफलताएँ अगर हमारे products हैं तो इन्हें करने के process भी उतने ही शानदार रहे हैं। संभवत: बहुत से लोगों ने ध्यान नहीं दिया होगा, लेकिन 16वीं लोकसभा में 60 प्रतिशत बिल ऐसे रहे हैं जिन्हें पास करने के लिए औसतन 2 से 3 घंटे तक की debate हुई है। हमने पिछली लोकसभा से ज्यादा बिल पास किए, लेकिन फिर भी हमने पहले से ज्यादा debate की है।

ये दिखाता है कि हमने product पर भी फोकस किया है और process को भी निखारा है और ये सब आप सभी माननीय सांसदगण ने किया है। आपकी वजह से हुआ है।

पीएम ने कहा कि हमारे यहाँ कहा गया है- “क्रियासिद्धि: सत्वेभवति महताम् नोपकरणे”

अर्थात, कर्म की सिद्धि हमारे सत्य संकल्प पर, हमारी नीयत से ही होती है। आज हमारे पास साधन भी हैं, और दृढ़ संकल्प भी है। हम अपने संकल्पों के लिए जितना अधिक परिश्रम करेंगे, सिद्धि उतनी ही जल्दी और बड़ी होगी। मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर 130 करोड़ देशवासियों के सपनों को जरूर पूरा करेंगे। आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करेंगे।

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