– प्रशासन के लिए बन सकता है सिरदर्द
नवादा : जिलेे के कई पंचायत क्षेत्रों में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर अपराधियों का बढ़ता नेटवर्क आने वाले समय में पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है। जिले के ग्रामीण इलाके में नौजवान इस धंधे में सक्रिय हैं। नालंदा जिले के कतरीसराय व नवादा में बैठे-बैठे क्षेत्र में साइबर नेटवर्क का संचालन कर अपराधिक घटनाओं को बड़ी आसानी से अंजाम दे रहे है।
ऐसे धंधा करने वाले नवयुवक गांव से दूर खेत- खलिहान, बगीचा आदि एकांत स्थान पर सक्रिय रहकर मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट के जरिए लोगों को बेवकूफ बना कर अपनी आमदनी का श्रोत बढ़ाते हैं। अपराधियों ने क्षेत्र के कई गांव में गिरोह खड़ा कर लिया है। धंधेबाज ज्यादातर बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं। झांसा देकर उनका बैंक डिटेल लेते हैं और चंद मिनटों में ही उनके खाते से पैसा निकाल लेते हैं।
रैकेट चलाने वाले ठगों के गिरोह में शामिल दूसरे राज्य के सदस्यों का काम फर्जी दस्तावेज पर बैंक खाते खोलना और पैसे निकालना होता है। चेहरा पहचानो इनाम पाओ और लॉटरी के नाम पर लोगों को फोन कर रजिस्ट्रेशन के लिए बेवकूफ बनाते हैं। धीरे-धीरे लाखों रुपये दिए गए खातों में ट्रांसफर करा लेते हैं। फिर उस रकम की निकासी कर उस खाते को ही बंद कर दिया जाता है। इसमें कई बैंक अधिकारी भी शामिल हैं।
इसके लिए धंधेबाज ऑनलाइन कंपनी से ग्राहकों की पूरी सूची खरीद लेते हैं। इतना ही नहीं मोबाइल कंपनी का फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से टावर लगाने के नाम पर भी रुपये ऐंठ लेते हैं। इन लोगों के लिए फोर व्हीलर, टू व्हीलर लेना देना दांयें बायें का खेल हो गया है ।