खुद ही हार मान रही कांग्रेस, टिकट बेचने वालों को बाहर करें : पूर्व विधायक
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। पहले चरण के मतदान में कहीं-कहीं से मतदान बहिष्कार की भी खबरें सामने आई थे। इसके बावजूद पूरे बिहार में प्रथम चरण में 53.54% मतदान हुए। मतदान के बाद कांग्रेस पार्टी चुनाव के नतीजे आने से पूर्व हार मान चुकी है।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राजद और वामदल गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। इस गठबंधन के तहत कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने हैं। हालांकि पहले चरण का मतदान होने के बाद कांग्रेस के नेता खुद ही हार मान लिए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक भरत सिंह ने कहा कि पहले चरण के चुनाव में कांग्रेस के 8 सीटिंग विधायक भी अपनी सीट बचा लें ये मुश्किल लग रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा किए जा रहे जनसंपर्क अभियान में कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी सभी सभाओं में कांग्रेस के बजाय राजद और तेजश्वी की जय-जयकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण के चुनाव के बाद कार्यकर्ताओ में निराशा कि भावना है।
टिकट बेचनेवाले नेताओ को चुनाव प्रचार से बाहर करे
भरत सिंह ने कांग्रेस नेताओं को सलाह दिया है कि बिहार में अभी भी 2 चरणों का चुनाव होना बाकी है। ऐसे में पार्टी को बेहतर परफॉर्मेंस करना है तो पहले टिकट बेचनेवाले नेताओ को चुनाव प्रचार से बाहर करे तभी पार्टी बेहतर परफॉर्मेंस कर पाएगी।
जानकारी हो कि महागठबंधन में सभी दलों की सहमति के बाद तेजस्वी यादव को ही मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया है। हालांकि उनके मुख्यमंत्री बनने को लेकर विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार उनके शैक्षणिक योग्यताओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद किस प्रकार चुनाव जीतती है या फिर भरत सिंह की बात मानकर टिकट बेचने वाले नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखलाती है।