सीएम के पास गृह तो मेवा को मिला शिक्षा, स्वास्थ्य व पथ देखेंगे मंगल
पटना : शपथ ग्रहण के 16 घंटे बाद नवगठित एनडीए सरकार के मंत्रियों के बीच विभाग का बंटवारा हो गया है। गृह व शिक्षा को लेकर फंस रहे पेंच का मामला भी लगभग तय हो गया है। एक बार फिर दोनों महत्वपूर्ण विभाग जदयू के पास ही रहेगा ।
नवगठित सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह, विजिलेंस, सामान्य प्रशासन, बाकी बचे सारे विभाग तथा उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को सुशील मोदी के सारे विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें वाणिज्यिक कर,पर्यावरण और जंगल, सूचान प्रौद्योगिकी,आपदा प्रबंधन,शहरी विकास विभाग शामिल है।
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को उद्योग, पंचायती राज एवं महिला कल्याण विभाग दिया जा सकता है
वहीं, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को पंचायती राज,पिछड़ी जाति का उत्थान और ईबीसी ,कल्याण उद्योग दिया गया है। जदयू के कद्दावर व वरिष्ठ नेता विजय चौधरी को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग,शासक विकास विभाग जल संसाधन,सूचना और प्रसारणसं,सदीय कार्य, विभाग दिया गया है। विजेंद्र यादव को फिर से ऊर्जा विभाग के साथ- साथ निषेध योजना,खाद्य और उपभोक्ता मामले का विभाग दिया गया है। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी को भवन निर्माण, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया है। बहुचर्चित नेता मेवा लाल को शिक्षा विभाग दिया गया है। शीला कुमारी को परिवहन विभाग दिया गया है।
वहीं, भाजपा नेता मंगल पांडे को स्वास्थ्य के साथ-साथ सड़क और कला व संस्कृति विभाग सौंपा गया है। भाजपा के अमरेन्द्र प्रताप सिंह को कृषि, सहकारिता व गन्ना विकास विभाग दिया गया है। भाजपा के ही रामप्रीत पासवान को पीएचईडी व पेयजल विभाग दिया गया है। जीवेश कुमार मिश्रा को पर्यटन, श्रम व खनन विभाग दिया गया है। रामसूरत राय को राजस्व और विधि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन को लघु सिंचाई व एससी-एसटी कल्याण विभाग की जिम्मेवारी दी गई है। वहीं मुकेश सहनी को पशुपालन और मत्स्य विभाग दिया गया है। हालांकि, विभाग बंटवारे की जानकारी अभी तक आधिकारिक रूप से सामने नहीं आई है। सचिवालय में मौजूद सूत्रों के मुताबिक बंटवारे की प्रक्रिया अंतिम दौर में है।