पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में दो चरणों के लिए मतदान हो चुके हैं। वहीं तीसरी और आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार प्रसार का दौर भी थम चुका है। तीसरे चरण में ज्यादातर उत्तरी बिहार के इलाकों में मतदान होना है। इस चरण में कुल 78 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे चरण में सबसे अधिक सीटें कोशी और सीमांचल की हैं। लिहाजा सभी दलों के प्रमुख नेता सीमांचल की धरती पर ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। अंतिम चरण में एनडीए की साख दाव पर है। वैसे वर्तमान की बात करें तो सीमांचल में सबसे ज्यादा सीटों पर कब्जा जद (यू ) का है।
बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी मैदान में
इस बार तीसरे चरण के लिए बिहार सरकार के 3 मंत्री समेत 12 चेहरे चुनावी रण में हैं। इस चरण में चुनाव में राजद के वह उम्मीदवार भी मैदान में है जो मुखिया के चुनाव से अब विधायकी के चुनाव की ओर अपना कदम बढ़ा चुकी हैं। वहीं इस चरण के चुनाव में बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी मैदान में हैं।
वहीं अगर एनडीए गठबंधन में से बात करें तो बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा एक बार फिर भाजपा के सिंबल पर मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष रहे विजय कुमार चौधरी सरायरंजन सीट से जदयू के टिकट पर मैदान में हैं।
इसके साथ ही पिछले बार कांटी से निर्दलीय विधायक रहें हैं अशोक कुमार चौधरी भी इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं।
इन सब के अलावा महेश्वर हजारी जो कि बिहार सरकार के योजना एवं विकास मंत्री हैं वह भी अपनी किस्मत इसी चरण के चुनाव में अपना रहे हैं।
इसके अलावा इस बार के चुनाव में अपने आप को महादलित का सबसे बड़ा चेहरा बताने वाले और हाल में ही महागठबंधन से अपना नाता तोड़ एनडीए गठबंधन में शामिल हुए सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी भी इसी चरण के चुनाव में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
तीसरे चरण के चुनाव 7 नवंबर को 1204 प्रत्याशी मैदान में हैं। वहीं इस चरण में सबसे अधिक राजद के प्रत्याशी हैं। इस चरण के चुनाव में कुल 2.35 करोड़ मतदाता अपना मतदान करेंगे।