चिराग को लेकर बोले शाह, सहयोगी के जाने का दुःख, चुनाव बाद देखेंगे
कुछ दिनों पूर्व तक बिहार विधानसभा का चुनाव नीरस सा लग रहा था। लेकिन, सभी गठबंधनों के उम्मीदवारों की सूची आने के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जदयू-भाजपा व लोजपा में सहमति नहीं बनने के बाद लोजपा नीतीश के नेतृत्व को ठुकराकर अकेले चुनावी मैदान में उतर चुकी है।
लोजपा के अकेले चुनावी मैदान में जाने को लेकर भाजपा के कई नेताओं ने काफी कुछ कहा, लेकिन इस मसले को लेकर हर कोई अमित शाह के बयान का इन्तजार कर रहे थे। एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि फ़िलहाल हमारा गठबंधन जदयू, हम व वीआईपी से है और हमलोग इस बार दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने जा रहे हैं तथा नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।
वहीं, अमित शाह ने चिराग पासवान को लेकर कहा कि वे गठबंधन में होते लेकिन, उनके बयानों की वजह से बात बिगड़ी है। अमित शाह ने यह भी कहा कि हमने उनको बहुत मनाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया। हालांकि, अमित शाह ने यह भी कहा कि सहयोगी के जाने का दुख होता है तथा नुकसान भी होता है। फिलहाल तो हमलोग इस चुनाव में आमने-सामने हैं। लेकिन, चुनाव के बाद देखा जायेगा कि क्या करना है।
मालूम हो कि इससे पहले भी गठबंधन में रहने के बावजूद कई पार्टियों ने अपने सहयोगियों के खिलाफ अलग-अलग प्रदेश में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। नीतीश कुमार की पार्टी भी बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन रहते हुए दूसरे राज्यों में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी है।