छोटे भाई तेजस्वी हैं एक साल ‘बड़े’, संपत्ति भी तेजप्रताप से अधिक
तेजस्वी प्रसाद यादव, महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार। लालू यादव के छोटे लाल। लेकिन, उम्र में अपने बड़े भाई तेजप्रताप से एक साल बड़े हैं। ये दोनों भाइयों का एफिडेविट कहता है। बड़े भाई महुआ छोड़ हसनपुर से चुनाव लड़ रहे हैं तो छोटे भाई तेजस्वी राघोपुर से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
बुधवार को तेजस्वी ने नॉमिनेशन फाइल भी कर दिया। जिसके आधार पर पांच साल में उनकी संपत्ति दो गुनी हो गई। लेकिन, गाड़ी एक भी नहीं है। केस भी एक से बढ़कर 11 हो गए। तेजस्वी की संपत्ति 5 साल में 3.56 करोड़ रुपए बढ़ गई है। 2015 में जब उन्होंने एफिडेविट दाखिल किया था, तब अपनी संपत्ति 2.32 करोड़ रुपए बताई थी। इस बार 5.88 करोड़ रुपए संपत्ति बताई है। जबकि, तेजप्रताप के पास 2.83 करोड़ रुपए की संपत्ति है। तेजस्वी भले ही अमीर हों, लेकिन उनके नाम एक भी गाड़ी नहीं है। जबकि, तेजप्रताप के पास एक 15.46 लाख की सीबीआर 1000 आरआर और 29.43 लाख रुपए की बीएमडब्ल्यू है।
जिस पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव से पूछा है कि वे बताएं कि 2015 में पहली बार विधायक बनने से पहले ही वे करोड़ों की चल-अचल सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए थे। 29 लाख की बीएमडब्ल्यू कार और 15 लाख की अमेरिकन रेसिंग बाइक का शौक रखने वाले तेज प्रताप यादव की आय का स्रोत क्या था। क्या तेजप्रताप बिहार के युवकों को बिना नौकरी, बिजनेस किए सम्पति अर्जित करने का टिप्स देंगे।
तेजस्वी ने 2015-16 में 39.80 लाख रुपए का टैक्स दिया था। उसके बाद से उनका टैक्स कम ही होता जा रहा है, जबकि संपत्ति बढ़ती जा रही है। 2016-17 में तेजस्वी ने 34.70 लाख रुपए, 2017-18 में 10.93 लाख रुपए और 2018-19 में 1.41 लाख रुपए आईटीआर भरा है। जबकि, 2019-20 में सिर्फ 2.89 लाख रुपए का टैक्स जमा किया है। तेजस्वी ने अपनी उम्र 31 साल बताई है, जबकि उनके भाई तेजप्रताप ने अपनी उम्र 30 साल बताई है। पिछले चुनाव के वक्त भी ऐसा ही था। उस समय भी तेजस्वी 26 साल के और तेजप्रताप 25 साल के थे।
वहीं तेजस्वी क्रिमिनल केस में भी बड़े भाई तेजप्रताप से आगे हैं। तेजप्रताप के ऊपर 5 क्रिमिनल केस चल रहे हैं। जबकि, तेजस्वी ने अपने ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग, आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी जैसे 7 क्रिमिनल केस दर्ज होने की बात कही है। क्रिमिनल केस के अलावा तेजस्वी के ऊपर 4 सिविल केस भी चल रहे हैं। इधर इस मामले को लेकर जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने तेजस्वी से पूछा कि वे बिहार के बेरोजगार युवाओं को कम समय में संपत्ति वृद्धि करने की स्कीम बताएं।