पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही सभी पार्टियां प्रचार प्रसार में जुटी हुई हैं। इस बीच वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा सीट से नामांकन करने के बाद तेजस्वी यादव ने एक बड़ा एलान किया है।
तेजस्वी ने बिहार के एक बड़े वोट बैंक पर निशाना लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार आने पर नियोजित शिक्षकों की सेवा नियमित कर देंगे। तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमारी सरकार आने पर बिहार में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को भी नियमित शिक्षकों की तरह समान सेवा शर्त और समान काम के लिए समान वेतन दिया जाएगा। नियोजित शिक्षकों को नीतीश सरकार ने हमेशा धोखा दिया है। शिक्षकों की सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा।”
बिहार विधानसभा चुनाव के समय तेजस्वी का बड़ा बयान
जानकारी हो कि इससे पहले नीतीश कुमार की सरकार ने नियोजित शिक्षकों के लिए सेवा शर्त नियमावली में बदलाव किया था। लेकिन इसके बावजूद भी नियोजित शिक्षकों में असंतोष की स्थिति है। उनका कहना है कि सरकार से उनकी लड़ाई परमानेंट करने को लेकर है। दरअसल नियोजित शिक्षक सामान काम के बदले सामान वेतन की मांग करते आ रहे हैं और आज भी वह अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। जिसको लेकर बिहार विधानसभा चुनाव के समय तेजस्वी का यह बड़ा एलान के बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि शिक्षक संघ एकजुट होकर तेजस्वी को मतदान करेंगे। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि तेजस्वी का यह बयान कितने शिक्षकों को सही मायने में लुभा पाता है।
इससे पहले तेजस्वी ने राघोपुर से अपना नामांकन दर्ज करते हुए ट्वीट किया था कि “मैंने सौगंध ली है कि बिहार के हित में सदा कार्य करता रहूँगा। हर बिहारवासी को जब तक उनका हर अधिकार नहीं दिला देता, चैन से बैठने वाला नहीं हूँ। इस सौगंध को पूरा करने के क्रम में आज नामांकन करने जा रहा हूँ। परिवर्तन के इस शंखनाद में आपके स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद का आकांक्षी हूँ।”