‘धोखेबाज नीतीश का जाना तय , चिट्ठी वायरल किया तो आ जाएगा भूचाल ‘
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होने में अब मात्र कुछ दिन बाकी है। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होने हैं। इस चरण के चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल के प्रत्याशी अपना नामांकन करवा के लगातार जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं। वहीं अब सभी पार्टियों द्वारा दूसरे चरण के उम्मीदवारों को सिंबल देने का कार्य किया जा रहा है। इस बीच जदयू द्वारा टिकट नहीं मिलने पर जदयू के नाराज नेता रामजतन सिन्हा ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं।
रामजतन सिन्हा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार की विदाई की बेला आ गई है। नीतीश ने मुझे धोखा दिया है। उन्होंने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि वह एक चिट्ठी सार्वजनिक कर देंगे तो नीतीश कुमार कही के नहीं रहेंगे। इससे बिहार की राजनीति में तूफान आ जाएगा। नीतीश कुमार चुनावी मैदान छोड़ भूमिगत हो जाएंगे।
सिन्हा ने कहा कि मैं 2019 में जेडीयू में शामिल हुआ। उस दौरान न तो लोकसभा, नहीं राज्यसभा का टिकट दिया और न ही नीतीश ने मंत्री बनाया। 2020 में जब मैंने उनसे मुलाकात करने की बात कही तो नीतीश ने कहा कि मैं तो किसी से मिलता नहीं हूं आप विजय चौधरी से मुलाकात कर लिजिए। मैंने इस पर एतराज जताया और मैंने अपने समर्थकों के साथ जेडीयू से इस्तीफा दे दिया। मैंने इस्तीफा के बाद नीतीश को चिट्ठी लिखी अगर वह चिट्ठी को सार्वजनिक कर दिया तो वह बिहार की राजनीति में तूफान आ जाएगा । चुनाव मैदान से नीतीश भूमिगत हो जाएंगे लेकिन राजनीतिक मर्यादा के कारण नहीं कर रहा है।
बिहार में सीएम नीतीश कुमार की विदाई की बेला
उन्होंने कहा कि बिहार में देखने में स्थिति तो सामान्य हैं, लेकिन बिहार में सीएम नीतीश कुमार की विदाई की बेला है। 12 फरवरी 2019 को जेडीयू में शामिल हुआ था। मेरे जेडीयू में आने का कारण था कि लालू प्रसाद के दबाव के कारण मुझे टिकट नहीं दिया जा रहा था। कांग्रेस में मुझे चुनाव से वंचित रहना पड़ा था।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2000 नीतीश को मैंने ही सीएम बनवाया। रामविलास पासवान ने इसकी पहल की थी । सिन्हा ने कहा कि मैं कोई डिंग नहीं हांक रहा हूं ।तत्कालीन राज्यपाल श्री पांडेय ने स्टैंड लिया था कि जब तक बहुमत नहीं आएगा तब तक वह किसी दल के नेता को सीएम नहीं बनवाएंगे। जिसके बाद नीतीश कुमार के कहने पर पीके शाही और ललन सिंह मेरे घर आए। रामविलास पासवान और हमने समर्थन देने का वादा किया। मैंने लिखित दिया की नीतीश को समर्थन करेंगे। मैं सदाकत आश्रम में भूख हड़ताल पर बैठ गया और कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी को हमारी पार्टी समर्थन नहीं करेगी। जिसके बाद नीतीश कुमार ने कॉल किया की आप मुझे सीएम तो बना दिए आप भूख हड़ताल तोड़िए।