नीतीश के नरम तेवर, सत्ता मिली तो सहयोगियों की भी सुनेंगे
नीतीश कुमार ने कहा- अगर सत्ता में आते हैं तो सात निश्चय-2 के अलावा सहयोगी दलों की तरफ से जो बातें आएंगी वो भी जोड़ेंगे
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान की शुरुआत के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमने 7 निश्चयों के अलावा अन्य योजनाएं भी चलाईं। हमने जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया। जिसमें सभी का योगदान मिला, लोग शामिल हुए 18 हजार किमी. से ज्यादा लंबी मानव श्रृंखला बनी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आगे मौका मिलेगा तो पहले के 7 निश्चय पर काम तो करेंगे ही, आगे सात निश्चय-2 पर काम किया जाएगा। एनडीए की ओर से और जो बातें आएंगी तो वो भी जोड़ेंगे। नीतीश कुमार ने इस तरह की बातें कहकर नरमी के संकेत दिए हैं। आम -तौर पर अपने सहयोगी दलों की बात न मानने का तोहमत नीतीश कुमार पर लगता रहा है।
नीतीश कुमार ने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने 2005 से हमें काम करने का अवसर दिया है हमारा उद्देश्य न्याय के साथ विकास है इसके लिए हमने काम किया है। दुनिया भर में जो कोरोना वायरस फैला है, उससे देश और राज्य भी अछूता नहीं है। इसके रोकथाम के लिए प्रदेश में उम्दा काम हुआ है। सभी गाइडलाइंस का पालन करके और बिहार की स्थिति को देखकर हमने उचित कदम उठाए हैं। 15 लाख लोगों के रहने-खाने का इंतज़ाम किया और हरेक के ऊपर 5300 रुपया खर्च किया। 21 लाख गरीब परिवारों के खाते में 1 हज़ार रुपये की सहायता राशि दी गई।
नीतीश कुमार ने 15 साल के कार्यों का बखान करते हुए कहा कि पहले क्या हाल था सड़क का, कानून की क्या स्थिति थी, पहले शाम के बाद कोई बाहर नहीं निकलता था। हमने सड़कें बनवाईं, हर गांव को सड़क से जोड़ दिया। उनके रख-रखाव की भी व्यवस्था की है। हमारे यहां करीब 22 लाख लोग वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं। हर घर हमने बिजली पहुंचा दी। अब खेती के लिए किसानों हेतु अलग से फीडर लगवाए जा रहे हैं। कृषि रोड मैप बढ़ाकर हम लोगों ने उपज बढ़ाई है।
वहीं तेजस्वी पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि युवाओं के रोजगार की बात लोग कर रहे हैं पिछले 15 सालों में कुल 6 लाख 8 हजार 893 युवाओं को भर्ती किया गया है। दुनिया में कहीं भी सभी को सरकारी क्षेत्र में नौकरी नहीं मिल सकती। इसलिए लोगों की बातों से सचेत रहें। लोग बोल रहे हैं कैबिनेट का मीटिंग करवा के 10 लाख नौकरी दे देगा। अरे कोई पूछे उनसे कैबिनेट का मीटिंग भी होता था जी? हम लोगों को कहेंगे ऐसे झूठों से सचेत रहिये।
लड़कियों और महिलाओं को लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों की पढ़ाई के लिए काम किया। लड़कियों को स्कूल पहुंचाया। पोशाक- साइकिल योजनाओं के माध्यम से लड़कियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। स्त्री और पुरुष दोनों कार्य करेंगे तो विकास तेजी से होता है। ऐसे ही बिहार का विकास इतनी तेजी से हुआ है। हम तो चाहते हैं कि राज्यसभा, लोकसभा में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण हो। ये हमने किया है और महिलाओं को भी टिकट दिया है।
15 साल पति – पत्नी के राज का था। तब इलाज के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी 1 महीने में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 39 लोग जाते थे। हमने मुफ्त दवाइयों की व्यवस्था की अब 1 महीने में औसतन 10 हजार लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज कराने जाते हैं।
.ग्रामीण व पिछड़े तबके को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि सेवा ही हमारा धर्म है हम बिहार के विकास के लिए काम करते हैं प्रचार करने की हमारी आदत नहीं है। बिहार की विकास दर डबल डिजिट करीब 10 प्रतिशत के दर से हमने ग्रोथ किया। गांव-गांव में विकेंद्रीकरण के साथ विकास किया है। हम ऐसी नीतियां बना रहे हैं जिससे प्रदेश के लोगों को बाहर कमाने नहीं जाना होगा लोगों को यहीं रोजगार मुहैया करवाया का रहा है।
हर वर्ग हर तबके के उत्थान के लिए हमने कार्य किया है। जो अनुसूचित जाति के लोग हत्या और अन्य चीजों के शिकार होते हैं उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का प्रावधान हम कर रहे हैं। ये प्रावधान देश के कानून के अंदर है लेकिन कुछ लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं।