अश्विनी चौबे ने दिया दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि
पटना : केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का देहांत गुरुवार की रात दिल्ली के एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट में 74 वर्ष की आयु में हो गया था। रामविलास पासवान के बारे में कहा जाता है कि यह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने संपूर्ण जीवन काल में भारत के 6 प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया था। इनका देश के हर एक प्रधानमंत्री के साथ बहुत ही पारिवारिक संबंध था। इस बिच केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे शनिवार को दीघा घाट पहुंच दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किए एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि रामविलास जी की कमी हमेशा खलेगी। उनमें अद्भुत प्रशासनिक दक्षता थी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के संकट के समय में गरीबों की परेशानी को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरूआत की। उन्होंने कोरोना महामारी के बीच गरीबों तक राशन पहुंचाने में अहम भूमिका का निर्वहन किया। देश के 81 करोड़ आबादी तक मुफ़्त राशन पहुंचाने में केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री के रूप में दिवंगत रामविलास पासवान जी के कार्य को देश हमेशा याद रखेगा। वे बिहार के विकास के लिए निरंतर कार्य करते रहे। न केवल बिहार बल्कि देश की राजनीति में उनकी कमी खलती रहेगी।
जानकारी हो की लोक जनशक्ति पार्टी के “बड़े साहब” यानी कि रामविलास पासवान आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बड़े बेटे और लोजपा के अध्य्क्ष चिराग पासवान ने उनको मुखाग्नि दी। पटना के दीघा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया । दोपहर बाद दीघा स्थित जनार्दन घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।