पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा कर दी गई है। इस बार कोरोना के मद्देनजर बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं।चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के ऐलान के बाद पहले चरण की नामांकन कि तारीख भी समाप्त हो गई है। इस बीच जदयू ने अपने पूर्व सिपाही द्वारा सिंबल लौटाने के बाद दूसरे सिपाही को टिकट दिया है।
जेडीयू ने मनोज कुशवाहा की जगह मनोज कुमार को सिंबल दे दिया
दरसअल मीनापुर विधानसभा सीट से जेडीयू उम्मीदवार मनोज कुशवाहा बिहार विधानसभा चुनाव से नाम हटा लिया था। उन्होंने वह आज मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपना सिंबल वापस दे दिया था। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि बिहार में एनडीए के अंदर एकजुटता की कमी है। जिसके बाद जेडीयू ने मनोज कुशवाहा की जगह मनोज कुमार को सिंबल दे दिया है।
इस दौरान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि मनोज कुशवाहा पार्टी के सम्मानित नेता हैं। उनको टिकट देने में गलती हुई है। लिहाजा अब पार्टी सही उम्मीदवार को टिकट दे रही है। उन्होंने कहा कि जिस मनोज कुशवाहा को पार्टी ने टिकट दिया था अब उसे वापस ले लिया गया है। हालांकि उनकी पार्टी पर आस्था है।
जानकारी हो कि इससे पहले मनोज कुशवाहा ने कहा कि कार्यकर्ता इस विधानसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार को चाहते थे। लेकिन यह सीट जदयू को मिली और उनको उम्मीदवार बनाया गया फिर जब वह क्षेत्र में प्रचार- प्रसार के लिए आए तो विरोध देखकर उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें तहे दिल से इच्छा थी कि उनको कुढ़नी विधानसभा सीट से टिकट दिया जाय।मनोज कुशवाहा ने कहा था कि अब कुढ़नी की जनता के निर्देश पर वह तय करेंगे कि निर्दलीय चुनाव लड़ा जाए या नहीं। हालांकि उनके इस फैसले पर लोग यही कह रहे हैं कि वह चुनाव से पूर्व ही हार के डर से मैदान छोड़कर भाग गए है।