पटना: बिहार चुनाव को लेकर NDA में सीट शेयरिंग व नीतीश के नेतृत्व को लेकर घमासान मचा हुआ है। दरअसल, इस मसले को लेकर विरोध सिर्फ लोजपा के द्वारा की जा रही है। लोजपा का कहना है कि जनता नीतीश के कार्यों से नाराज है इसलिए इस बार नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को भाजपा से कम सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। ताकि नीतीश कुमार को लेकर जनता में जो नाराजगी है वो कम हो।
इस बीच आज यह बातें सामने आई कि भाजपा ने लोजपा को विधानसभा की 25 सीटें तथा विधानपरिषद की 2 सीटों का ऑफर देते हुए नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने से मना की है।
इस तरह की खबरें बाहर आने के बाद लोजपा प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि मीडिया के कई चैनलों पर यह न्यूज़ चल रही है कि लोजपा को कुछ सीटें ऑफ़र की गई है, जो कि बिल्कुल गलत है, यह बेबुनियाद बात है।
लोजपा नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान अपने पिता व लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान के सेवा में लगे हैं। गठबंधन दल के किसी नेता ने अभी तक इस विषय पर चर्चा नहीं की है।
उन्होंने आगे कहा कि आज तक भाजपा जेडीयू और लोजपा के नेताओं के बीच बिहार के भविष्य व सीटों के तालमेल पर बात नहीं हुई है। लोजपा चाहती है कि भाजपा ज़्यादा सीटों पर लड़े। अन्यथा कार्यकर्ताओं में रोष बढ़ेगा।
लोजपा प्रवक्ता ने कहा कि आख़िरी फ़ैसला सभी वरिष्ठ नेताओं को करना है। अभी तक कोई इस विषय पर बैठक नहीं हुई है।